जाली नोटों के कारोबार का भंडाफोड़, इनामी गिरफ्तार, 2 लाख बरामद

Business of fake currency busted, prize arrested, 2 lakh recovered
जाली नोटों के कारोबार का भंडाफोड़, इनामी गिरफ्तार, 2 लाख बरामद
जाली नोटों के कारोबार का भंडाफोड़, इनामी गिरफ्तार, 2 लाख बरामद

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जाली भारतीय मुद्रा के काले कारोबार में लिप्त अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार शख्स का नाम विष्णु मंडल है। विष्णु की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था। विष्णु मंडल के पास से पुलिस को दो लाख रुपये कीमत की जाली भारतीय मुद्रा भी मिली है।

दिल्ली पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, इस गिरोह का भंडाफोड़ दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक, इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह यादव और सहायक पुलिस आयुक्त निशांत गुप्ता की टीम ने किया है। गिरफ्तार जाली नोट तस्कर गिरोह सरगना 24 साल का विष्णु मंडल पश्चिम बंगाल के मालदा इलाके का रहने वाला है। विष्णु की तलाश में दिल्ली पुलिस जुलाई, 2019 से खाक छान रही थी। स्पेशल सेल ने जुलाई में ही विष्णु मंडल के खिलाफ केस दर्ज किया था।

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया, विष्णु मंडल के पास से मिले 2 लाख के जाली भारतीय नोट फाइन क्वालिटी के हैं। इन नोटों को तस्करी के जरिये बंगलादेश बोर्डर के रास्ते भारत में लाया गया था।

विष्णु मंडल के इस गैंग के बारे में दिल्ली पुलिस को तब पता चला था, जब उसके गैंग के गौतम मंडल और शिक्षा को 31 जुलाई को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दबोचा था। शिक्षा और गौतम के कब्जे से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को 2000 रुपये के नोटों के रूप में 4 लाख रुपये की जाली भारतीय मुद्रा मिली थी।

विष्णु मंडल के बारे में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सहायक पुलिस उप-निरीक्षक संजीव कुमार यादव को 16 दिसंबर को ही सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर स्पेशल सेल की टीम ने वजीराबाद फ्लाइओवर के पास से विष्णु मंडल को शाम के वक्त गिरफ्तार कर लिया।

अब तक हुई पूछताछ में दिल्ली पुलिस के विष्णु मंडल ने बताया है कि वो और उसका गैंग 70 से 80 लाख की जाली भारतीय मुद्रा यूपी, हरियाणा, दिल्ली, बिहार में खपा चुका है। जाली भारतीय मुद्रा का कारोबार यह गैंग पिछले पांच छह साल से कर रहा है।

स्पेशल सेल द्वारा की गई पूछताछ में ही खुलासा हुआ है कि विष्णु मंडल जाली नोट के कारोबार में उतरने से पहले बीड़ी और तंबाकू फैक्टरी में बतौर श्रमिक काम करता था। इसके बाद वह रातो-रात अमीर बनने के फेर में जाली भारतीय मुद्रा के काले कारोबार में आ गया।

Created On :   17 Dec 2019 4:30 PM GMT

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