CAG रिपोर्ट : 1589 क्विंटल अनाज स्कूटर से ढोया दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने

CAG रिपोर्ट : 1589 क्विंटल अनाज स्कूटर से ढोया दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने


डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में कैग (कम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्ट में राशन घोटाले का सच उजागर हुआ है। जिसे लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कैग की रिपोर्ट में पाई गईं गड़बड़ियों के लिए दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ ही उन्होंने सोशल वेलफेयर स्कीमों में सीएजी की टिप्पणी के हवाले से एलजी की ओर इशारा करते हुए कहा कि दिल्ली में आज राशन माफिया पूरी तरह हावी है और रिपोर्ट से सबक लेते हुए राशन की होम डिलीवरी के प्रस्ताव पर दोबारा विचार करना चाहिए।

 

जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार ने रिपोर्ट से जुड़े 50 मामलों को सीबीआई जांच के हवाले करने का फैसला किया है। इससे पहले भी कैग की रिपोर्ट्स में देश में कई बड़े-बड़े घोटाले उजागर हुए। बता दें कि रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन गाड़ियों से राशन की ढुलाई का जिक्र है वो जांच में स्कूटर और बाइक निकले। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये संदेह है कि राशन बांटा ही नहीं गया और सिर्फ फर्जी ढुलाई दिखाई गई।

 


केजरीवाल सरकार पर सवाल

ऑडिट रिपोर्ट ने केजरीवाल सरकार के कामकाज पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। जिसके मुताबिक राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल ढुलाई के लिए 9 ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया जिनका रजिस्ट्रेशन नम्बर बस, तिपहिया वाहन, मोटर साइकिल और स्कूटर का था। वित्तीय वर्ष 2016-17 की कैग की ऑडिट रिपोर्ट में साफ किया गया है, कि केजरीवाल सरकार में अनियमितताएं थीं। हालांकि सीएम अरविंद केजरीवाल ने रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद ट्विट कर कहा है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। 

 

 

रिपोर्ट में क्या खुलासे हुए कैग की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 2016-17 में राशन की ढुलाई के लिए कुल 207 गाड़ियों को इस्तेमाल किया गया। इनमें से 42 गाड़ियां दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग में पंजीकृत नही थी। वहीं 10 गाड़ियां अन्य विभागों के नाम पर थीं। इन वाहनों पर तकरीबन 1589 कुंतल अनाज एफसीआई के गोदामों से फेयर प्राइस शॉप तक ले जाया गया। कैग ने कहा कि इस बात की आशंका को अस्वीकार नहीं किया जा सकता कि अनाज की चोरी हुई है।

 

 

 

कांग्रेस ने की जांच की मांग 

रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस सरकार ने सीबीआई जांच की मांग की है। कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल ने कहा, ‘’स्कूटर और मोटरसाइकिल पर अनाज की ढुलाई इस बात का इशारा करती है कि अनाज लोगों तक पहुंचा ही नहीं। इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए।’’ वहीं बीजेपी के नेता विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि "भ्रष्टाचार को मिटाने का दावा करने वालों लोगों की नाक के नीचे ही यह सब कुछ हो रहा है। यह कहा जाए कि इसमें सरकार की मिलीभगत है तो इसमें कोई संदेह नहीं है। दूसरी तरह आम आदमी पार्टी ने अनाज घोटाले के लिए पूरी तरह से एलजी को दोषी ठहरा दिया है। आप विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि अफसरशाही बड़े पैमाने पर करप्शन कर रही हैं, जो सामान गोदामों से राशन की दुकान पर पहुंचना चाहिए था वो पहुंच ही नहीं रहा। हम पहले ही दिन से कह रहे है की सब गड़बड़ चल रहा है, लेकिन एलजी साहब सुनते ही नहीं ही।’’ 
 

वहीं सबसे ज्यादा चौंकाने वाले तथ्य के तौर पर यह सामने आया है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत दिल्ली में अब तक एक भी शौचालय नहीं बना है। इस रिपोर्ट से सरकार की अदूरदर्शिता की भी कलई खुली गई है। कहीं आर्थिक नुकसान सामने आ रहा है तो कहीं दिल्ली की जनता का अहित। खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अधीन लाभार्थियों के पंजीकरण में भी कमी पाई गई।

Created On :   4 April 2018 2:28 AM GMT

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