खालिस्तानी आतंकी के साथ दिखी कनाडाई PM की वाइफ, डिनर पर भी बुलाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक हफ्ते के दौरे पर भारत आए कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की वाइफ सोफी ट्रूडो की एक फोटो सामने आई है, जिसमें वो जसपाल अटवाल के साथ दिखाई दे रही हैं। ये जसपाल वही शख्स है, जो खालिस्तान सपोर्टर रहा है और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन में एक्टिव रहा है। इसके अलावा जसपाल अटवाल को गुरुवार को कनाडाई हाई कमीशन की तरफ से होने वाले स्पेशल डिनर में भी इनवाइट किया गया था, लेकिन बाद में इसे कैंसिल कर दिया गया। बता दें कि अटवाल 32 साल पहले पंजाब के एक मंत्री पर जानलेवा हमला करने का दोषी है।
#WATCH Delhi: ANI journalist questions Canadian PM #JustinTrudeau about invitation to Khalistani terrorist Jaspal Atwal for a formal dinner reception, gets no reply. pic.twitter.com/IRHGehpksm
— ANI (@ANI) February 22, 2018
डिनर पर बुलाया, फिर कैंसिल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडाई हाई कमिश्नर ने गुरुवार को नई दिल्ली में एक स्पेशल डिनर रखा है। इस डिनर में कनाडा ने खालिस्तान सपोर्टर और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के मेंबर रहे जसपाल अटवाल को भी इनवाइट किया था। मीडिया रिपोर्ट्स में कनाडा के सीबीसी न्यूज के हवाले से बताया है कि जसपाल अटवाल का इन्विटेशन कैंसिल किया जा रहा है। कनाडा के पीएमओ के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि "मैं इस बात की पुष्टि करता हूं कि हाई कमीशन अटवाल के इन्विटेशन को कैंसिल करने की प्रोसेस में है।" हालांकि, इस इन्विटेशन को कैंसिल करने के पीछे की कोई वजह अभी तक नहीं बताई गई है।
ट्रूडो की वाइफ के साथ दिखा जसपाल
बता दें कि 20 फरवरी (मंगलवार) को मुंबई में एक इवेंट रखा गया था। इश इवेंट में ट्रूडो फैमिली समेत बॉलीवुड की कई हस्तियां भी शामिल हुई थी। इस इवेंट में कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो की वाइफ सोफी ट्रूडो और जसपाल अटवाल की एक फोटो ली गई थी। इसके साथ ही जसपाल कनाडाई कैबिनेट मिनिस्टर अमरजीत सोही भी एक फोटो में साथ दिखाई दे रहे हैं।
कौन है जसपाल अटवाल?
जसपाल अटवाल खालिस्तान का सपोर्टर रहा है और वो बैन किए गए इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन में भी काम कर चुका है। जसपाल पर 1986 में वैंकूवर आइलैंड में भारतीय मंत्री मलकीत सिंह सिद्धू पर जानलेवा हमला करने का आरोप है और इसमें वो दोषी भी करार दिया जा चुका है। वैंकूवर में 4 लोगों ने सिद्धू की कार पर हमला किया था और जसपाल उन 4 लोगों में शामिल था। इसके साथ ही जसपाल को 1985 को ऑटोमोबाइल फ्रॉड केस में भी दोषी पाया गया था। इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन को कनाडा सरकार ने 1980 में एक आतंकवादी संगठन मानते हुए इसपर बैन लगा दिया था।
ट्रूडो भी है खालिस्तान सपोर्टर?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भी खालिस्तान सपोर्टर होने के आरोप लगते रहे हैं। भारत में कनाडाई पीएम को नजरअंदाज करने के पीछे इसे भी एक वजह माना जा रहा है। मौजूदा कनाडाई पीएम के भारत दौरे पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी खालिस्तानी सपोर्टरों के प्रति नरमी रखने के आरोप लगाते हुए उनसे मिलने से इनकार कर दिया था। हालांकि बाद में बुधवार (21 फरवरी) को अमरिंदर ने ट्रूडो के साथ एक होटल में 40 मिनट तक बात की थी। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में अमरिंदर सिंह ने ट्रूडो को 9 खालिस्तानी आतंकियों की लिस्ट सौंपकर उन पर कार्रवाई करने की मांग की है।
एक हफ्ते के दौरे पर हैं ट्रूडो
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो अपनी वाइफ सोफी ट्रूडो समेत अपनी पूरी फैमिली के साथ एक हफ्ते के भारत दौरे पर आए हैं। कनाडाई पीएम का ये दौरा शनिवार (17 फरवरी) को मुंबई से शुरू हुआ। रविवार को वो आगरा पहुंचे, जहां उन्होंने पूरी फैमिली के साथ ताजमहल का दीदार पर किया। सोमवार को उन्होंने अहमदाबाद के साबरमीत आश्रम का दौरा किया। इसके बाद मंगलवार को ट्रूडो फैमिली एक बार फिर मुंबई पहुंची। जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को अमृतसर का दौरा किया, जहां उन्होंने स्वर्ण मंदिर में अपनी फैमिली के साथ माथा टेका। गुरुवार को कनाडाई पीएम अमृतसर से दिल्ली जाएंगे, जहां हाई कमीशन ने एक स्पेशल डिनर रखा है। इसके बाद शुक्रवार को ट्रूडो प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं और फिर यहीं से कनाडा लौट जाएंगे।
Created On :   22 Feb 2018 11:12 AM IST