AAP नेता का खालिस्तानियों को समर्थन, सीएम अमरिंदर ने केजरीवाल से मांगा जवाब
- अमरिंदर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से खालिस्तानी आंदोलन पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
- पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैरा के बयान की कड़ी निंदा की।
- सुखपाल खैरा ने कथित तौर पर खालिस्तानियों का समर्थन किया था और साल 2020 में रेफरेंडम कराकर अलग देश खलिस्तान की मांग की थी।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैरा के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर खालिस्तानियों का समर्थन किया है। अमरिंदर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से खालिस्तानी आंदोलन पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। वहीं पंजाब बीजेपी के उपाध्यक्ष अनिल सरीन ने सुखपाल खैरा के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पंजाब सरकार को सुखपाल के खिलाफ केस रजिस्टर करना चाहिए। उन्होंने कहा है, "अरविंद केजरीवाल को इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। सुखपाल को नेता प्रतिपक्ष के पद से भी हटाया जाना चाहिए।"
Punjab govt should register case against Sukhpal Khaira for his remarks. Arvind Kejriwal should clear his stance. Sukhpal should also be dismissed from post of leader of opposition: Anil Sarin, BJP Punjab Vice president on Sukhpal Khaira’s support to Referendum 2020 (Khalistan) pic.twitter.com/4qu8qATbvv
— ANI (@ANI) June 16, 2018
पंजाब सीएम ने मांगा जवाब
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अरविंद केजरीवाल को ट्विटर पर टैग करके कहा, "मैं आपके नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैरा के उस बयान की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें उन्होंने जनमत संग्रह 2020 (अलग देश खालिस्तान) जो पंजाब को भारत से अलग करने की कोशिश है का समर्थन किया है। आप इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करें और अपनी पार्टी के लोगों को जिम्मेदारी भरा बर्ताव करने को कहें। यह देखें के यह जनमत संग्रह किसलिए है।"
Mr @ArvindKejriwal I strongly condemn the statement of your LOP @SukhpalKhaira supporting Referendum 2020 that aims for Punjab to secede from the Indian Union. Please clarify your stand on this ask your partymen to act responsibly. Do see what this Referendum stands for pic.twitter.com/cX8MOsVR1w
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) June 16, 2018
सुखपाल का विवादित ट्वीट
इससे पहले सुखपाल सिंह खैरा ने ट्वीट कर कहा था, "हालांकि, मैं सिखों के लिए अलग मातृभूमि की मांग करने वाले 2020 जनमत संग्रह का मतदाता नहीं हूं, लेकिन मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि यह पक्षपातपूर्ण नीतियों और बंटवारें के बाद से सिखों के उत्पीड़न का नतीजा है। चाहे फिर वो दरबार साहिब पर हमला हो या फिर 1984 के दंगों में सिखों का कत्लेआम वगैरह!
Although I’m not a votary of 2020 referendum seeking a separate homeland for Sikhs but i don’t hesitate to say that it’s a result of a consistent policy of bias,discrimination n persecution of Sikhs ever since partition,be it attack on Darbar Sahib,genocide of Sikhs in 1984 etc!
— Sukhpal Singh Khaira (@SukhpalKhaira) June 16, 2018
कृपया दोहरा रवैया न अपनाएं
सुखपाल सिंह खैरा पर कैप्टन अमरिंदर के सवालों के बाद सुखपाल ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "अब जबकि मैंने स्पष्टीकरण दे दिया है, क्या आप भी (कैप्टन अमरिंदर) जवाब देंगे कि क्या आप 2020 जनमत संग्रह के लिए किए गए अमृतसर डिक्लरेशन का हिस्सा नहीं थे? क्या आपने यूएनओ चीफ बुतरस घाली के मेमोरंडम पर दस्खत नहीं किए, जिसमें "राइट टु सेल्फ डिटर्मिनेशन" की मांग की गई थी? और यह भी 2020 जनमत संग्रह से जुड़ा हुआ था। कृपया दोहरा रवैया ना अपनाएं।"
Now that i have clarified will you clarify @capt_amarinder ji weren’t you part of Amritsar Declaration akin to 2020 referendum? Did you sign d memorandum to Boutras Ghali UNO chief in 1992 demanding”right to self determination” again akin to 2020? Plz don’t play double standards! pic.twitter.com/BARrJu84H1
— Sukhpal Singh Khaira (@SukhpalKhaira) June 16, 2018
Created On :   16 Jun 2018 6:05 PM IST