नीरव बोला, 'विदेश में व्यापार पर ध्यान देना है, CBI जांच में नहीं ले सकता हिस्सा'

CBI Emails Nirav Modi, He Refuses To Join Investigation
नीरव बोला, 'विदेश में व्यापार पर ध्यान देना है, CBI जांच में नहीं ले सकता हिस्सा'
नीरव बोला, 'विदेश में व्यापार पर ध्यान देना है, CBI जांच में नहीं ले सकता हिस्सा'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले (PNB) के आरोपी नीरव मोदी ने CBI जांच में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। नीरव मोदी के इस रुख से एक बार फिर जांच एजेंसियों को झटका लगा है। इससे पहले नीरव ने ED के समन पर व्यस्तता का हवाला देते हुए पेश होने से मना कर दिया था। वहीं PNB को ईमेल कर नीरव मोदी पैसा लौटाने से भी इनकार कर चुका है। गौरतलब है कि नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर इस घोटाले को अंजाम देने का आरोप है। दोनों ही घोटाले के उजागर होने के पहले ही विदेश भाग गए थे।

जिस भी देश में है, तुरंत संपर्क करे
CBI अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने नीरव मोदी से उनके आधिकारिक ईमेल के जरिए संपर्क किया था। इस ईमेल में नीरव को जांच में हिस्सा लेने की बात CBI ने कही थी। इस पर नीरव मोदी ने यह कहते हुए जांच में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया कि उन्हें अपने विदेश में चल रहे व्यापार पर ध्यान देना है। इसके बाद सीबीआई ने मोदी को एक और ईमेल लिखा और अगले हफ्ते तक जांच में हिस्सा लेने का निर्देश दिया। सीबीआई ने नीरव मोदी से कहा कि वह जिस भी देश में हैं, वहां के भारतीय दूतावास से तुरंत सम्पर्क करें। इसके अलावा एजेंसी ने मोदी की वापसी के इंतजाम करने की भी पेशकश की।   

ईमेल कर जताई असमर्थता
इससे पहले ED ने नीरव मोदी को दो बार समन भेजा था, उम्मीद थी कि वह निदेशालय के अफसरों के समक्ष 22 फरवरी को पेश होगा, लेकिन वह नहीं आया। उसने ईमेल में लिखा कि वह विदेश में है और अभी काफी व्यस्त है, लिहाजा वह ईडी के समन पर पेश नहीं हो पाएगा। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग ऐक्ट (PMLA) के तहत नीरव मोदी को तलब किया था। जिसके बाद मोदी को 26 फरवरी को मुंबई में केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा गया था। 

पहले बैंक को लिखा था पत्र
वहीं PNB प्रबंधन को 15/16 फरवरी को लिखे एक पत्र में नीरव मोदी ने कहा था कि उसकी कंपनियों पर बैंक का बकाया 5,000 करोड़ रुपये से कम है। पत्र के अनुसार, "" गलत तौर पर बतायी गई बकाया राशि से "मीडिया में होहल्ला हो गया और इसके चलते जांच एजेंसियों ने उसकी तलाश का काम शुरु कर दी। पत्र में आगे लिखा गया है कि, ""इससे समूह पर बैंक के बकाया को चुकाने की हमारी क्षमता खतरे में पड़ गई है। उसने कहा, ""13 फरवरी को की गई मेरी पेशकश के बावजूद बकाया को तत्काल पाने की व्यग्रता में बैंक ने जानकारी 14/15  फरवरी को सार्वजनिक की आपकी इस कार्रवाई ने मेरे ब्रांड और कारोबार को तबाह कर दिया और इससे अब बकाया वसूलने की आपकी क्षमता सीमित हो गई है।

Created On :   28 Feb 2018 7:01 PM IST

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