CBI करेगी SSC पेपर लीक मामले की जांच : राजनाथ सिंह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) के कथित पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई करेगी। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने छात्रों को इस बात का आश्वासन दिया है। वहीं उन्होंने छात्रों से धरना समाप्त करने को भी कहा है। गौरतलब है कि कमीशन ने छात्रों के लगातार प्रदर्शन के बाद रविवार को सीबीआई जांच की सिफारिश करने का फैसला लिया था। दरअसल 17 से 22 फरवरी तक एसएससी सीजीएल टियर 2 के पेपर आयोजित किए गए थे। इन पेपर्स की Answer key सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। तभी से छात्र इसकी जांच की मांग लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं।
लिखित सूचना आने में लगेगा वक्त
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने छात्रों से प्रदर्शन वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि सरकार ने प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग मान ली है। हमारे सांसद मीनाक्षी लेखी और मनोज तिवारी लगातार छात्रों के संपर्क में थे। अब छात्र भी समझदार हैं, पढ़े-लिखे हैं। लिखित सूचना आने में कुछ औपचारिक प्रक्रियाएं होती हैं, जिसमें वक्त लगता है। उम्मीद करते हैं कि वह अपना प्रदर्शन अब वापस लेंगे।
राजनाथ सिंह से मुलाकात
रविवार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी और एसएससी अभ्यर्थियों की चिंताओं के बारे में उनको जानकारी दी थी। सैकड़ों छात्र एसएससी कार्यालय के बाहर 27 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं। मनोज तिवारी ने कहा था कि गृहमंत्री ने पूरी बात को ध्यान से सुना हैं और इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया हैं। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स से मुलाकात करते हुए कहा था कि यह स्टूडेंट्स का भविष्य का सवाल है और सरकार को उनकी मांग को सुनना चाहिए।
छात्रों को मिला अन्ना हजारे का साथ
रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे थे और विरोध प्रदर्शन में शामिल एसएससी छात्रों से मुलाकात की थी। उनके सहयोगी दिनेश नैन ने बताया था कि अन्ना ने इस मामले की सीबीआई जांच की छात्रों की मांग का समर्थन किया। उनके मुताबिक हजारे ने कहा कि छात्रों का प्रदर्शन जायज है और इसे शांतिपूर्ण ढंग से जारी रखना चाहिए। हजारे ने कहा था, ‘‘यह स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का मामला है। अगर प्रथम और द्वितीय समूह के अधिकारियों का इस तरह से चयन किया जाएगा तो प्रशासन की पीड़ा के बारे में कल्पना ही की जा सकती है।’’
क्या है छात्रों का आरोप?
एक छात्र ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग ने 17 से 22 फरवरी 2018 को सीजीएल टियर 2 की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित कराई थी। इस एंट्रेंस एग्जाम में जो प्रश्न पत्र हमें मिला था, वो सोशल मीडिया पर शेयर हो चुका था। जिस एग्जाम में आप बाहर से एक कलम तक नहीं ले जा सकते हैं, जहां लड़कियों को कान की बाली तक उतार देनी होती है, वहां एग्जाम दे रहे एक स्टूडेंट के कंप्यूटर का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है।
Created On :   5 March 2018 6:07 PM IST