CBI ने लिखा दिल्ली पुलिस को पत्र, आध्यात्मिक विवि केस के मांगे दस्तावेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के आध्यात्मिक विश्वविद्यालय को लेकर रोजाना जो खुलासे हो रहे है वो चौंकाने वाले है। अब इस मामले में CBI ने दिल्ली पुलिस को चिठ्ठी लिखी है। इस चिठ्ठी में उन्होंने इस केस से जुड़े सभी दस्तावेज और जानकारी मांगी है। दरअसल दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच CBI को सौंपी है। वहीं अलग-अलग टीमे देशभर मे फैले वीरेन्द्र देव दीक्षित के आश्रमों पर छापेमारी कर रही है।
कई राज्यों में आश्रम
यौन शोषण के मामले में फरार चल रहे अय्याश बाबा वीरेन्द्र देव के तार कई राज्यों में जुड़े है। हाल ही में हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन ने पुलिस की टीम के साथ सोनीपत के ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में छापा मारा। यहां से उन्हें अलग-अलग राज्यों की 8 महिलाएं मिली है। जांच में ये भी सामने आया है कि आश्रम के बोर्ड को 2-3 दिन पहले उतार दिया गया था। इसके अलावी भी कई और जगहों पर छापामारी की गई है।
अपनो की तलाश में पहुंच रहे लोग
विश्वविद्यालय की सच्चाई सामने आने के बाद देश भर से लोग यहां अपने परिजनों और बच्चियों की तलाश में आ रहे हैं। रविवार को मध्यप्रदेश का एक परिवार अपने बेटी की तलाश में दिल्ली पहुंचा था। पीड़ित परिवार का कहना था है कि विश्वविद्यालय में उनकी बेटी का ब्रेन वॉश कर दिया गया है। इस परिवार के अलावा भी कई ऐसे परिवार है जो अपने बच्चों की तलाश में आश्रम पहुंच रहे है। रविवार को आश्रम की महिलाओं और बाहर खड़े अभिभावकों में नोक झोंक भी हुई थी। जिसके बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए थे और मामले को शांत कराया था।
ब्रह्माकुमारीज से संबंध
दिल्ली में विजय विहार के इस कथित विश्वविद्यालय ने अपनी वेबसाइट पर कई तरह के वीडियो और जानकारियां डाली है। वेबसाइट पर दावा किया जा रहा है कि उनके संबंध ब्रह्माकुमारीज से भी है। लेकिन ब्रह्मकुमारी संस्था का स्पष्ट कहना है कि उनका इस विश्वविद्यालय और ढोंगी बाबा से कोई लेना-देना नहीं है। ब्रह्मकुमारी के राष्ट्रीय मीडिया कॉर्डिनेटर बीके सुशांत बताते है कि वीरेंद्र देव दीक्षित 1972 में अहमदाबाद स्थित ब्रह्मकुमारी सेंटर में गया था। वहां से उसने एक सप्ताह का कोर्स करने के बाद ब्रह्मकुमारी संस्था के नाम का गलत इस्तेमाल करने लगा। और इसी तर्ज पर आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की शुरुआत कर दी।
न्यूड कर लड़कियों से मालिश
अय्याश और ढोंगी बाबा के अड्डे पर छापेमारी के बाद नए-नए खुलासे हो रहे है। ढोंगी बाबा के खिलाफ याचिका दायर करने वाली महिला सीमा शर्मा बताती है कि बाबा लड़कियों को न्यूड कर उनसे मालिश करवाता था। ड्रग्स लेकर वह रोजाना 10 लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाता था। इस ढोंगी बाबा की अय्याशी का पता इसी बात से चलता है कि उसने हर काम के लिए लड़कियों को ही लगा रखा था। कम उम्र की लड़कियों को अपने साथ रखता था। वहीं ज्यादा उम्र की लड़कियों को वह दूसरी मंजिल पर रखता था।
बाबा की 16 हजार रानियां
वीरेंद्र देव दीक्षित की दरिंदंगी का शिकार बनी एक लड़की के मुताबिक़ आश्रम में राम रहीम की तरह ही इस बाबा ने भी कई गुफा, छोटे-छोटे गुप्त रास्ते बना रखे हैं। खुद को भगवान शंकर, राम और कृष्ण कहने वाला वीरेंद्र देव दलील देता है कि उसकी सभी लड़कियां सोलह हजार रानियां हैं। पुलिस बाबा के ख़िलाफ़ जांच कर रही है लेकिन वीरेंद्र देव दीक्षित का कोई अता पता नहीं है।
पानी पीते ही आ गए चक्कर
पुलिस के साथ विश्वविद्यालय में छापा मारने पहुंची दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल बताती है कि जब उन्होंने आश्रम का पानी पिया तो उन्हें चक्कर आने लगे थे। करीब तीन घंटों तक वह इससे परेशान रही। वहीं उन्होंने बताया था कि आश्रम में महिलाओं को नशे के दवा दी जाती थीं। चार मंजिला आश्रम के अंदर बोर्ड पर लिखा था, "आपसे कोई पूछे कैसे हो तो बताना-ठीक हैं और खुश हैं।
NGO की शिकायत
दरअसल इस संस्थान पर एक NGO ने आरोप लगाया था कि, यहां पर उसी तरह से लड़कियों और महिलाओं को बंधक बनाकर रखा जाता है जैसे कि हरियाणा में गुरमीत राम रहीम के आश्रम में रखा जाता था। जिसके बाद हाई कोर्ट ने पुलिस को नॉर्थ दिल्ली के इस आश्रम के तत्काल जांच करने के आदेश दिए थे। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल पुलिस की पूरी फौज के साथ इस आश्रम में रेड की थी।
कई लड़कियों को बनाया शिकार
इस कार्रवाई के दौरान कुछ पीड़ित परिवार भी मौके पर ही मौजूद थे। उन्होंने बताया कि आखिर किस तरह बाबा बहलाकर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ के बाद आश्रम में चल रही काली करतूतों पर कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है।
Created On :   25 Dec 2017 1:44 PM IST