ट्यूशन पढ़ने वाली के चक्कर में हुआ था पेपर लीक, आरोपी राकेश ने उगला राज
डिजिटल डेस्क, ऊना। सीबीएसई 12वीं और 10वीं कक्षा के पेपर लीक मामले में हिमाचल प्रदेश के ऊना से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे पूछताछ के बाद इस मामले में नया खुलासा हुआ है। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) आर पी उपाध्याय ने बताया कि लंबी जांच और पूछताछ के बाद अपराध शाखा ने उना के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के तीन कर्मचारियों राकेश कुमार, अमित शर्मा और अशोक कुमार को गिरफ्तार किया गया है। राकेश इस विद्यालय में आठ सालों से पीजीटी अर्थशास्त्र शिक्षक के तौर पर अध्यापन कर रहा था। वह उना के जवाहर नवोदय पब्लिक स्कूल का (परीक्षा) केंद्र में अधीक्षक था जहां सीबीएसई की परीक्षाएं चल रही थीं।
वहीं अमित शर्मा (लिपिक) और अशोक कुमार डीएवी स्कूल में चपरासी के पद पर कार्य कर रहे थे। 23 मार्च को राकेश कुमार ने उना में यूनियन बैंक के स्ट्रांग रुम से कंप्यूटर साइंस के प्रश्नपत्र का बंडल हासिल किया क्योंकि उस दिन कंप्यूटर साइंस की परीक्षा थी। उसने वहां से अर्थशास्त्र के प्रश्नपत्र का भी एक बंडल उठाया। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘उसने जवाहर नवोदय के लिए कंप्यूटर साइंस प्रश्नपत्र लिया तथा उसने अपने सहयोगियों अमित एवं अशोक को अर्थशास्त्र प्रश्नपत्र का बंडल दिया।’’
ऐसे लीक हुआ पेपर
इसी बीच अमित और अशोक ने अर्थशास्त्र प्रश्नपत्र का फोटो खींच लिया और उसे व्हाट्सएप के माध्यम से राकेश को भेज दिया। राकेश ने अपने यहां ट्यूशन पढ़ने वाली को पास कराने के लिए इस लीक को अंजाम दिया। इसके बाद राकेश ने हस्तलिखित प्रति की छायाप्रति चंडीगढ़ में अपने एक रिश्तेदार के पास भेजी जिसका बेटा कक्षा 12वीं की परीक्षा दे रहा था। पुलिस आयुक्त उपाध्याय ने कहा, ‘‘अबतक की जांच से खुलासा हुआ है कि हस्तलिखित कॉपी 40 व्हाट्सएप गुप्र में उपलब्ध थी।
व्हाट्सएप के जरिए पुलिस ने खंगाली डिटेल
इस संबंध में सीबीएसई को जो गुमनाम लिफाफा मिला था, उसी में पेपर लीक का राज भी छिपा था। लिफाफे में 4 व्हाट्सएप नंबर लिखे थे और कुछ ग्रुप्स के नाम दिए गए थे। उन्हीं मोबाइल नंबरों को खंगालते और पूछताछ करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम 40वें नंबर पर पहुंची। यह नंबर पूजा नाम की महिला का था। क्राइम ब्रांच को इसी नंबर से पेपर लीक का अहम सुराग मिला। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने पूजा नाम की महिला की डिटेल्स खंगालनी शुरू कीं।
राकेश शर्मा ने उगला राज
पूजा का पता दिल्ली के रोहिणी इलाके में पता चला, जिसके बाद क्राइम ब्रांच की एक टीम उनके घर पहुंची। टीम ने सख्ती से पूजा से पूछताछ की तो पता चला कि उसे वॉट्सऐप पर पेपर चंडीगढ़ में रहने वालीं उसकी सहेली अंजूबाला ने भेजा था। क्राइम ब्रांच ने अंजूबाला का चंडीगढ़ का अड्रेस ओर फोन नंबर निकाला और एक टीम चंडीगढ़ के लिए निकल गई। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने अंजूबाला को गिरफ्तार किया और पूछताछ की तो पता चला कि हिमाचल प्रदेश के ऊना में रहने वाले उनके रिश्तेदार राकेश ने यह भेजा था। टीम ने तत्तकाल एक्शन लेते हुए राकेश को गिरफ्तार किया और पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया।
Created On :   8 April 2018 2:35 PM IST