मुआवजे पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह बोले- ये बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इराक में मारे गए 38 भारतीयों के शव लेने गए केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने भारत पहुंचते ही एक शर्मनाक बयान दिया है। बगदाद से भारत पहंचने पर वीके सिंह से मृतक भारतीयों के लिए मुआवजे को लेकर एक सवाल किया गया था। इस सवाल के जवाब में मंत्री साहब ने कहा कि यह बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है और मेरी जेब में भी कोई पिटारा नहीं है।
जानकारी के अनुसार विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह भारतीयों का अवशेष लेने इराक गए हुए थे। बगदाद से उनके प्लेन ने सोमवार को ही उड़ान भरी थी, जो सीधे भारत में पंजाब प्रांत के अमृतसर में लैंड हुआ। यहां पत्रकारों से बात करते हुए वीके सिंह ने मामले की पूरी जानकारी दी। इसी दौरान एक पत्रकार ने उनसे इन भारतीयों के लिए मुआवजे का सवाल पूछ लिया। इस पर उन्होंने कहा कि यह बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है। यह आदमियों की जिंदगी का सवाल है। मैं अभी एलान कहां से करूं। जेब में कोई पिटारा थोड़े ही रखा हुआ है।
वीके सिंह ने कहा कि बहुत मुश्किल से मृतकों के डीएनए सैंपल का मिलान किया जा सका है। उन्होंने इसके लिए इराक का शुक्रिया भी अदा किया। उन्होंने बतलाया कि वो खुद चार बार इराक गए, जिसके बाद ही सभी भारतीयों का शव भारत लाना मुमकिन हो सका।
पंजाब सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
जब मृतक भारतीयों के शव अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचे, उस दौरान पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे। इस मौके पर पंजाब सरकार ने सभी मृतक भारतीयों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान कर दिया। पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए मुआवजा और घर के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान कर दिया।
बता दें कि विमान से पंजाब के 27, बिहार के 6, हिमाचल के 4 और बंगाल के 2 लोगों के अवशेष भारत पहुंचे हैं। अभी 38 भारतीयों के शव इराक से लाए जा सके हैं, जबकि एक भारतीय के डीएनए मैच की प्रक्रिया अभी जारी है। फिलहाल, ताबूत में रखे शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले आतंकी संगठन ISIS ने इराक के मोसुल से 39 भारतीयों को अगवा कर लिया था। बाद में आतंकियों ने सभी भारतीयों की हत्या कर दी थी और उनके शव को सुदूर पहाड़ियों में दबा दिया था। अभी हाल ही में केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में बतलाया था कि इराक में अगवा सभी भारतीयों की हत्या हो गई है और सभी की पहचान भी कर ली गई है। इसके बाद से भारत सरकार लगातार भारतीयों के शवों को अपनी सरजमीं पर लाने के लिए प्रयासरत थी।
Created On :   2 April 2018 6:45 PM IST