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दैनिक भास्कर हिंदी: साइबर क्राइम रोकने के लिए सरकार उठाएगी कठोर कदम: राजनाथ सिंह
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। लखनऊ में हो रहे यूपी इन्वेस्टर्स 2018 समिट में इंडस्ट्रियल और इंफ्रास्ट्रक्चर की प्रशंसा करते हुए ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह ने साइबर क्राइम को एक गंभीर अपराध बताया। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में साइबर क्राइम पर भी ध्यान देने की जरूरत है। इतना ही नहीं जिस तरह यूपी सरकार साइबर अपराध को जड़ से मिटाने की कोशिश कर रही है उसी तरह केंद्र सरकार भी इस विषय में नई योजनाएं तैयार कर रही है। जिससे देश में साइबर अपराध का नामोनिशान हट जाएगा।
क्या है साइबर क्राइम
साइबर अपराध एक एसा अपराध है जिसमें कंप्यूटर और नेटवर्क शामिल है। किसी भी कंप्यूटर का मौका ए वारदात से मिलना या कंप्यूटर की मदद से किसी अपराध को अंजाम देना कंप्यूटर अपराध कहलाता है। कंप्यूटर अपराध भी कई प्रकार से किये जाते है, जैसे कि- जानकारी चोरी करना, जानकारी मिटाना, जानकारी मे फेरबदल करना, किसी की जानकारी किसी और को उपलब्ध कराना या कंप्यूटर के पार्ट्स की चोरी करना या उन्हें नष्ट करना।
भारत भी है साइबर क्राइम का शिकार
2016 की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा साइबर क्राइम अमेरिका में होते हैं। इसके बाद चीन में साइबर क्राइम सबसे ज्यादा है। दुनिया में साइबर क्राइम के मामले में भारत का नंबर 11वां है। इसका मतलब ये नहीं है कि हमारे देश में ये मुसीबत कम हो गई है। देश में साइबर क्राइम का रेट बढ़ता ही चला जा रहा है जो कि काफी चिंता का विषय बन गया है। आने वाले दौर में भारत तेजी से कैशलेस इकोनॉमी बनने जा रहा है ऐसे में डिजिटली पैसों का लेन-देन या कोई भी सीक्रेट कोड को इनके द्वारा डिकोड करना सिक्योरिटी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।