वाड्रा और हुड्डा पर FIR: बोले सीएम खट्टर, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
- रॉबर्ड वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एफआईआर पर राजनैतिक बयान आना शुरू हो गए हैं।
- दोनों के खिलाफ गुड़गांव के खैड़कीदौला जमीन खरीद केस में FIR दर्ज की गई।
- शनिवार को रॉबर्ट वाड्रा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। रॉबर्ड वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एफआईआर पर राजनैतिक बयान आना शुरू हो गए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है। जिन्हें भी दोषी पाया जाएगा, उन पर कार्रवाई होगी। कानून अपना काम कर रहा है। अलग-अलग एजेंसियां इस मामले में जांच कर रही हैं। कानून अपना काम करेगा।
इससे पहले शनिवार को रॉबर्ट वाड्रा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। दोनों के खिलाफ गुड़गांव के खैड़कीदौला जमीन खरीद केस में FIR दर्ज की गई। उन पर DLF और ओंकारेश्वर जमीन मामले में धारा 420 समेत अन्य कई धाराएं लगाई गई हैं। यह FIR सुरेंद्र शर्मा नाम के शख्स ने खेड़कीदौला पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई है। बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी के दामाद हैं।
मिलीभगत से की थी धोखाधड़ी
FIR में आरोप लगाया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने राजनीतिक रसूख और भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलीभगत करके धोखाधड़ी को अंजाम दिया। ये FIR भारतीय दंड संहिता की धारा- 420, 120B, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज की गई हैं। इसके अलावा प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 की धारा 13 के तहत भी कार्रवाई की गई है। FIR के अनुसार मामले में 350 एकड़ जमीन 58 करोड़ रुपये में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी DLF और स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी को आवंटित की गई थी। इस जमीन का आवंटन भूपेंद्र सिंह हु़ड्डा के जरिए किया गया था। आरोप है कि इस जमीन से दोनों कंपनियों को करीब 5000 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया। इस मुद्दे पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि चुनाव आ रहे हैं, इसलिए उनके पुराने मामलों को फिर से सामने लाया जा रहा है। वाड्रा ने कहा, "यह चुनाव का मौसम है, तेल की कीमत बढ़ रही है, लेकिन लोगों के मुद्दों से ध्यान भटकाकर मेरे पुराने मामले पर दिया जा रहा है। इसमें कुछ नया नहीं है।
Created On :   2 Sept 2018 1:54 PM IST