कांग्रेस को मिलेगा विपक्ष के नेता का पद ! ये फॉर्मूला कर सकता है काम

Congress and NCP can merge after losing in Lok Sabha elections !
कांग्रेस को मिलेगा विपक्ष के नेता का पद ! ये फॉर्मूला कर सकता है काम
कांग्रेस को मिलेगा विपक्ष के नेता का पद ! ये फॉर्मूला कर सकता है काम

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड बहुमत से जीत होने के बाद कांग्रेस में हाहाकार मचा हुआ है। इस्तीफों का दौर जारी है। पार्टी के बड़े नेता हार पर मंथन कर रहे हैं। संसद में विपक्ष का नेता बनने के लिए किसी भी दल के पास 55 सीटों का आंकड़ा नहीं है। कांग्रेस पार्टी के पास भी सिर्फ 52 सीटें है। ऐसा दूसरी बार होने जा रहा है जब सदन में विपक्ष का कोई नेता नहीं होगा, लेकिन इस बीच एक फॉर्मूला काम कर सकता है। दरअसल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विलय की चर्चाएं तेजी पकड़ रही हैं। अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस को विपक्ष के नेता का पद मिल जाएगा। लोकसभा में एनसीपी के 5 सांसदों के विलय से कांग्रेस सदस्यों की संख्या भी बढ़कर 57 हो जाएगी। 

कई कद्दावर नेताओं के भाजपा या शिवसेना में जाने के बाद से महाराष्ट्र कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी में हलचल मची हुई है। ऐसे में एनसीपी के कांग्रेस में विलय की बातें जोर पकड़ रही हैं। इसके पक्ष में दलील दी जा रही है कि सिर्फ सोनिया गांधी के विदेशी मूल के होने के चलते ही कांग्रेस से निकलकर एनसीपी का जन्म हुआ था। इसके अलावा दोनों की विचारधारा और तौर- तरीके में कोई ज्यादा फर्क भी नहीं है। 

सोनिया गांधी की वजह से पहले विलय संभव नहीं था, लेकिन सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा अब खत्म हो गया है। पहले ये काम इसलिए भी मुश्किल था कि दोनों दल महाराष्ट्र में बराबर की ताकत रखते थे। साथ ही दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की लंबी फेहरिस्त को एक दल में लाना आसान नहीं था, लेकिन अब दोनों पार्टियां कमजोर हो चुकी हैं। ऐसे में चर्चा है कि इसी साल होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दोनों एकजुट होकर मुकाबला करें तो ज़्यादा बेहतर रहेगा। हालांकि फैसला तो कांग्रेस और एनसीपी के आलाकमान करेंगे, लेकिन दोनों दलों के नेताओं में चर्चा जोरों पर है कि अब एनसीपी का कांग्रेस में विलय हो जाना चाहिए। 

Created On :   30 May 2019 10:01 AM GMT

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