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दैनिक भास्कर हिंदी: कांग्रेस ने भारत बंद को बताया सफल, कहा- लोगों ने स्वेच्छा से लिया हिस्सा। इधर, बीजेपी बोली- बेअसर रहा कांग्रेस का बंद

हाईलाइट
- पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी के विरोध में विपक्षी दलों का भारत बंद
- देश की करीब 21 छोटी-बड़ी पार्टियां और व्यापारी संगठनों ने बंद का समर्थन किया है
- मानसरोवर यात्रा से लौटे राहुल गांधी, राजघाट पहुंचकर धरने में हुए शामिल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ हुए भारत बंद को सफल बताया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गेहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि पूरे देश में भारत बंद सफल रहा। उन्होंने कहा, 'लोगों ने इस बंद में अपनी इच्छा से हिस्सा लिया और केन्द्र सरकार को सबक सिखाया।' गेहलोत ने कहा, 'कांग्रेस ने इससे पहले कभी भारत बंद का आह्वान नहीं किया, न ही कांग्रेस इस तरह के बंद के लिए कभी समर्थन में रही लेकिन जबसे मोदी सरकार आई है, तब से ऐसी स्थिति बन रही है कि हमारे पास सरकार को सबक सिखाने के लिए अन्य कोई विकल्प ही नहीं बचा।' प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक गेहलोत ने यह भी कहा कि कम से कम अब तो सरकार को तेल की कीमतों को घटाने के कुछ प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा, सरकार को किसी बात की चिंता नहीं है, उन्हें जनता की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है। हमें ही आगे आकर लोकतंत्र को बचाना होगा। उधर, बीजेपी ने कांग्रेस के भारत बंद को असफल बताया है। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा है कि देश में कांग्रेस के बंद कोई असर नहीं रहा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस झूठे आरोप लगाकर जनता को बहका रही है, तेल की कीमतें बढ़ने का कारण अंतरराष्ट्रीय है, इसमें केन्द्र सरकार का कोई हाथ नहीं है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने आज भारत बंद का आह्वान किया था। इसे तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर 21 दलों ने अपना समर्थन दिया। भारत बंद के दौरान जगह-जगह पर प्रदर्शन किया गया। बिहार में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की। इस बीच रामलीला मैदान से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम भाषण देते रहते हैं, लेकिन वे सुनते सिर्फ उद्योगपतियों की हैं। भारत बंद में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कैलाश मानसरोवर यात्रा से वापस दिल्ली पहुंचे थे। राहुल कांग्रेस नेताओं के साथ महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचे और यहां से रामलीला मैदान के लिए रवाना हुए। दिल्ली के रामलीला मैदान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया।
ओडिशा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरकर नारेबाजी की, तो आंध्रप्रदेश में CPI(M) के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोककर सरकार के खिलाफ विरोध जताया। कई व्यापारी संगठनों ने भी कांग्रेस के इस बंद को अपना समर्थन दिया है। सुबह 9 बजे से दोपहर 3 तीन बजे तक ये बंद रहा।
ऐसा रहा दिनभर का हाल :
04.30 PM : भारत बंद पर कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार के खिलाफ इस बंद का व्यापक असर रहा। लोगों ने स्वेच्छा से बंद में हिस्सा लिया।
01:10 PM: सरकार जल्द कीमतें नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठा सकती है- सूत्र
01:00 PM: पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे। पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती क़ीमतों के बाद धर्मेंद्र प्रधान का अमित शाह को कीमतों के बारे में जानकारी देंगे।
12:55 PM: बिहार में बच्ची की मौत पर कांग्रेस से सवाल मौत के लिए कौन जिम्मेदार ?- कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद
12.40 PM: भारत बंद के दौरान बिहार के जहानाबाद में दो साल की बच्ची की मौत पर परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि भारत बंद के कारण जो जाम लगा हुआ है, उसमें एम्बुलेंस काफी लंबे समय तक फंसी रही। बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था।
12: 31 PM: 1984 सिख दंगों के आरोपी कांग्रेस नेता सज्जन कुमार भारत बंद के दौरान प्रदर्शन में आए नजर।
12:35 PM: दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को कहा था कि कांग्रेस द्वारा आहूत सोमवार के भारत बंद में शामिल नहीं होगी।
12:15 PM: आम आदमी पार्टी नेता आतिशी, सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी और डी राजा ने दिल्ली में किया प्रदर्शन।
11.55 AM: भारत बंद के दौरान मुंबई में मनसे कार्यकर्ताओं ने BJP पार्षद के दफ्तर पर हमला किया।
11.45 AM: भारत बंद के दौरान बिहार में एक बच्ची की मौत, समय पर नहीं मिल सकी एम्बुलेंस
11.40 AM: राहुल गांधी ने कहा पता नहीं मोदी किस दुनिया में जी रहे है। आज पेट्रोल 80 और गैस 800 पहुंच गई है।
11.32 AM: लोग नरेंद्र मोदी से तंग आ चुके हैं, यही इस संयुक्त विपक्ष का संदेश है: राहुल गांधी
11.30 AM: मोदी कहते थे 70 साल में जो नहीं हुआ हम चार सालों में करके दिखाएंगे, सच में चार सालों में जो हुआ वो 70 सालों में नहीं हुआ: राहुल गांधी
11.11 AM: गुजरात में भारत बंद के दौरान कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया गया। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव, गुजरात काग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा समेत अन्य कांग्रेसियों को हिरासत में लिया गया है।
11.08 AM: भारत बंद के दौरान कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव, गुजरात काग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा समेत अन्य कांग्रेसियों को हिरासत में लिया गया है।
11.01 AM: बिहार की राजधानी पटना में हाईकोर्ट के सामने तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बीच हाईकोर्ट के जज को अंदर जाने से रोका गया।
11.00 AM: समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जज की गाड़ी के सामने हंगामा किया।
10.55 AM: मुंबई में मनसे कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानें बंद करवाईं।
10:35 AM: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार से सभी वर्ग के लोग नाराज है। सरकार बदलने का वक्त आ गया है।
10:32 AM: बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल के खिलाफ आरजेडी कार्यकर्ताओं ने बिहार के फतुहां स्टेशन पर कोलकाता-पटना लालकिला एक्सप्रेस को रोका और ट्रेन की इंजन पर चढ़ कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
10:28 AM: पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल के पास बस और ट्रेन पर पत्थरबाजी।
10.24 PM: उत्तर प्रदेश के देवरिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानें बंद करवाईं।
10:15 AM: भारत बंद को देखते हुए ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन ने 12 ट्रेनें रद्द की। भुवनेश्वर हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर-विशाखापट्टन इंटरसिटी एक्सप्रेस भी शामिल है।
09.58 AM: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ की। इस दौरान पुलिसकर्मी को भी पीटा गया। कांग्रेस के इस हंगामे में एक व्यक्ति घायल हो गया है।
09.56 AM: उज्जैन के दरगाह मंडी के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ये तोड़फोड़ की। भारत बंद को लेकर कई जगह दुकानें और स्कूल बंद हैं।
09.52 AM: रामलीला मैदान पर विपक्ष के धरने में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता पहले से ही मौजूद हैं।
09.51 AM: गुजरात के भरूच में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और बसें रोकी।
09.50 AM: भारत बंद के दौरान राजस्थान के जयपुर में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
09.40 AM: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, और शरद यादव एक साथ पहुंचे मंच पर
09.39 AM: पूर्वोत्तर के राज्यों में भी भारत बंद का व्यापक असर
09.40 AM। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी में सड़कों पर उतर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया
09.25 AM: बिहार के पटना में पप्पू यादव के समर्थकों ने बस में तोड़फोड़ की।
08:47 AM: राजघाट से रामलीला मार्ग तक निकाला जा रहा है मार्च
08.46 AM: बिहार के पटना में सांसद पप्पू यादव ने भारत बंद के दौरान प्रदर्शन किया, उन्होंने अपने समर्थकों के साथ ट्रेन को रोका।
08:45 AM: महात्मा गांधी की समाधि पर राहुल गांधी ने कैलाश मानसरोवर से लाए गए जल को चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।
08: 35 AM: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ राजघाट पर कांग्रेस का मार्च, मानसरोवर यात्रा से देर रात दिल्ली लौटे राहुल गांधी भी मार्च में शामिल होने के लिए राजघाट पहुंचे।
08: 10 AM: झांसी रेलवे स्टेशन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कांग्रेस के बंद के तहत कुशीनगर एक्सप्रेस को रोका।
08:05 AM: आप नेता संजय सिंह कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए राजघाट पहुंचे।
08: 20 AM: थोड़ी देर में राजघाट पर कांग्रेस का मार्च, मानसरोवर यात्रा से लौटे राहुल गांधी भी होंगे शामिल।
08:06 AM: राजघाट पर कांग्रेस के नेताओ का आना शुरू हो गया है।
08:03 AM: पार्टी महासचिव अशोक गहलोत का कहना है कि इस मुद्दे पर सभी पार्टियां साथ हैं और बीजेपी हमारा साथ देखकर डर गई है।
08.00 AM: कर्नाटक के मेंगलुरु में कुछ उपद्रवियों ने एक प्राइवेट बस पर पत्थर फेंके।
07: 40 AM: तेलंगाना के यदाद्री भोंगिर जिले और हैदराबाद के मुर्शिदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन।
07: 25 AM: छपरा के बाजार समिति के पास छपरा-पटना NH-19 को आरजेडी कार्यकर्ताओं ने किया जाम।
07: 22 AM: भारत बंद को लेकर आरा स्टेशन पर माले-NSUI के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी।
07:20 AM: कांग्रेस नेता संजय निरुपम को हिरासत में लिया गया।
07:15 AM: कांग्रेस-जेडीएस के भारत बंद को देखते हुए कर्नाटक में राज्य परिवहन बस सेवा रद्द।
7:12 AM: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सीपीआईएम के कार्यकर्ता झंडे लेकर सड़क पर उतरे।
07:10 AM: ओडिशा के संबलपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी, केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं कार्यकर्ता।
07:05 AM: बिहार में भारत बंद का असर सुबह से ही दिखने लगा है, छात्र आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने जहानाबाद कोर्ट रेलवे स्टेशन पर रेल परिचालन रोका।
07:00 AM: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरा 21 दल
सरकार का विपक्ष पर पलटवार
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के भारत को असफल बताया है। प्रसाद ने कहा है की पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करना हमारे हाथ में नहीं है। हमारी सरकार ने महंगाई कम करने का काम किया है। जिस हम सफल हुए है। 2014 की तुलना में इस बार मंहगाई कम हुई है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के नाम पर गुंडागर्दी की है। हर जगह तोड़फोड़ करना विरोध प्रदर्शन का तरीका नहीं है। जहानाबाद में भारत की बेटी की मौत हुई इसके पीछे भी प्रदर्शनकारी जिम्मेदार है। प्रसाद ने कहा कि सभी को समझना होगा कि अंतराराष्ट्रीय कारणों से बढ़ी है कीमतें।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा...
राहुल गांधी ने कहा की जनता और विपक्ष मिलकर 2019 में मोदी सरकार को हराने जा रहे हैं। तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहा है, किसान परेशान हैं लेकिन पीएम मोदी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। 70 सालों में रुपया इतना कमजोर कभी नहीं हुआ। पेट्रोल, डीजल, एलपीजी के दाम बढ़ रहे हैं लेकिन नरेंद्र मोदी एक शब्द नहीं बोलते। राहुल ने कहा कि लोग जो सुनना चाहते हैं उस पर प्रधानमंत्री नहीं बोलते। राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार को लोगों की नहीं बल्कि सिर्फ उद्योगपतियों की चिंता है। राहुल गांधी ने कहा कि लोग नरेंद्र मोदी से तंग आ चुके हैं, यही इस संयुक्त विपक्ष का संदेश है। मोदी कहते थे 70 साल में जो नहीं हुआ हम चार सालों में करके दिखाएंगे, सच में चार सालों में जो हुआ वो 70 सालों में नहीं हुआ।
पूर्व पीएम मनमोहन ने कहा...
पूर्व पीएम मनमोहन ने रामलीला मैदान मंच से केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। मनमोहन ने कहा है कि देश में अब सरकार बदलने का वक्त आ चुका है। मोदी सरकार ने बहुत कुछ ऐसा किया है जो देश के हित में नहीं है, अब यह सीमा पर कर चुका है। मनमोहन ने कहा कि सभी विपक्षी दलों को एक होना होगा और छोटे मुद्दों को भूलकर लोगों की आवाजों को उठाना होगा। देश में जिस तरह के परिस्थितियां बदल रही है। उन्हें देखकर लगता है अब सरकार में बदलाव किया जाना चाहिए।










सामाजिक समागम 2022: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में एनएसएस ईकाई द्वारा सामाजिक समागम 2022 का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में सामाजिक समागम 2022 का आयोजन विश्वविद्यालय में किया गया। जिसमे समाजसेवा, साहित्य, संस्कृति, पर्यावरण इत्यादि क्षेत्रों में कार्य करने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। 'परस्पर सहयोग एवं समायोजन का भाव' के उद्देश्य के साथ आयोजित इस समागम में 'बचपन निवसिड' के श्री राजीव भार्गव ने बच्चों, युवाओं व महिलाओं पर किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में अनेक योजनाएं होने के बावजूद उन पर अलग से विस्तृत नीति न होने के कारण उनके अनेक मुद्दे हाशिए पर पड़े हुए हैं। जैसे कुपोषण आज भी एक चुनौती बना हुआ है। इसके जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार के अलावा यूथ को भी आगे आना होगा। बिना यूथ की सक्रियता के किसी भी समस्या का समाधान संभव नहीं है। वर्तिका कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष दुर्गा मिश्रा ने राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ मिलकर शास्त्रीय नृत्य एवं संगीत को गरीब बस्तियों में ले जाने की बात कही।
वहीं 'सुख-शांति भवन' की प्रोग्राम ऑर्गनाइज़र सुश्री हेमा दीदी ने विश्वविद्यालय के साथ 'नशामुक्ति अभियान' को बड़े पैमाने पर चलाए जाने की बात कही। यूथ फार सेवा के श्री अतुल विश्वकर्मा ने ऐसी सरकारी योजनाओं पर काम करने की इच्छा जताई जिनको तात्कालिक फायदों से अधिक दीर्घकालिक फायदे अधिक होते हैं। अपना भोपाल ग्रुप के संस्थापक डॉ अरुणेश्वर सिंह सुनहरा ने रक्तदान सहित सभी तरह की सामाजिक गतिविधियों में सहयोग करने तथा उसको राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करने का जिम्मा लिया। साथ ही उन्होंने हस्तशिल्पी जैसे कलाकारों को भी एक मंच पर लाने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन तथा विश्वविद्यालय का परिचय देते हुए कुलसचिव डॉ विजय सिंह ने कहा कि रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के समय से ही समाज की सेवा को अपना प्राथमिक उद्देश्य माना है। क्योंकि समाज से ही व्यक्ति का अस्तित्व होता है बिना समाज के या तो कोई देवता ही रह सकता है या कोई पशु। आज का यह समागम समाजसेवा का मिनी कुंभ साबित हो ऐसा प्रयास हम करेंगे। समागम का परिचय प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी ने दिया ।कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह ने एवं आभार ज्ञापन डॉ रेखा गुप्ता ने किया। मुख्य उपस्थिति आईक्यूऐसी के एकेडमिक कोर्डिनेटर श्री पद्मेश चतुर्वेदी की रही।
बचपन निवसिड, 'यूथ फॉर सेवा', 'हम साथ हैं', हार्टफुलनेस मेडिटेशन सेंटर, 'वर्तिका कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी', 'अपना भोपाल ग्रुप', 'सुख-शांति भवन', 'ई-पोस्ट भोपाल', 'रोटरी क्लब' सहित 12 सामाजिक संगठनों ने सहभागिता की।
मुख्य भूमिका श्रेया शर्मा, यूथ लीडर शबनम कुमारी, ज़िकरा खान, दलनायिका चित्रांशी मीना तथा अविनाश कुमार, अनुराग भारती, प्रिंस ठाकुर, दिलशाद खान इत्यादि स्वयंसेवकों की रही।
क्लोजिंग बेल: सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स- निफ्टी में मामूली गिरावट
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जून माह के फ्यूचर तथा ऑप्शन सौदों के कटान के दिन आज गुरुवार को दलाल स्ट्रीट में तेजड़ियों एवं मंदड़ियों के मध्य कड़ी स्पर्धा देखने को मिली। यूएस जीडीपी के प्रथम तिमाही में 1.6 प्रतिशत सिकुड़ने के कारण वैश्विक बाजारों में नकारात्मक प्रभाव पड़ा। सेंसेक्स 0.02 प्रतिशत की सीमित गिरावट के साथ 53018.94 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 0.12 प्रतिशत गिरकर 15780.25 पर बंद हुआ।
बैंक निफ्टी ने 0.47 प्रतिशत लाभ के साथ 33425.10 पर समाप्ति दी। इंडिया विक्स 21 के ऊपर बना रहा जो तेजड़ियों के लिए परेशानी बनी रहने का संकेत है। निवेशक तथा ट्रेडर्स अभी भी आने वाले दिनों के लिए तेजी या मंदी, किस दिशा में ट्रेड करे, इसको ले कर असमंजस में हैं।
क्षेत्र विशेष में निफ्टी एनर्जी तथा निफ्टी फाइनेंसियल सर्विस में क्रमशः आधे प्रतिशत की सामान्य तेजी रही जबकि निफ्टी मेटल,ऑटो तथा रियलिटी एक प्रतिशत से अधिक गिरे।निफ्टी के शेयरों में एक्सिस बैंक, एसबीआई तथा डिविज लैब में सर्वोच्च लाभ रहा जबकि आइशर मोटर, सिप्ला, बीपीसीएल सबसे अधिक हानि में रहे। तकनीकी रूप से निफ्टी ने लांग टेल डोजी के जैसा एक प्रारूप बनाया है जो आने वाले दिनों के लिए अनिश्चितता की स्थिति दर्शाता है। जून माह में निफ्टी 5.29 प्रतिशत फिसला है।
आवरली चार्ट पर निफ्टी में अगले कुछ दिनों के लिए 15700 पर हल्का सपोर्ट है। वॉल्यूम प्रोफाइल के आधार पर 15500 निफ्टी आनेवाले सप्ताह के लिए एक शक्तिशाली सपोर्ट का कार्य करेगा। एटीआर तथा एडीएक्स जैसे संकेतक दैनिक चार्ट पर दुर्बलता का संकेत दे रहे हैं। निफ्टी का सपोर्ट 15700 है,तेजी में 16000 अवरोध है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 33000 तथा उसके पश्चात 32700 है जबकि अवरोध 33800 है। कुलमिला कर मंदी की चाल से उबरने के लिए मार्किट को एक अच्छी शक्तिशाली तेजी पर बंद होने की आवश्यकता है।
ओम मेहरा
रिसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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