JNU Violence: कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को पूरे देश ने देखा

Congress leader randeep surjewala press conference on jnu violence
JNU Violence: कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को पूरे देश ने देखा
JNU Violence: कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को पूरे देश ने देखा
हाईलाइट
  • देश में लोकतंत्र और कानून नहीं बचा है- सुरजेवाला
  • दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी- जेएनयू कुलपति
  • छात्रों से बर्बरता नहीं होनी चाहिए- आदित्य ठाकरे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए हमले पर राजनीति शुरू हो गई है। अब इसपर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आज (सोमवार) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पूरे देश ने जेएनयू परिसर में कथित सरकार प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को देखा। उन्होंने कहा, "यह सब यूनिवर्सिटी प्रशासन और दिल्ली पुलिस की निगरानी में हुआ है, जो गृहमंत्री अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जाता है।" 

लोकतंत्र और कानून नहीं बचा
सुरजेवाला ने कहा कि देश में लोकतंत्र और कानून नहीं बचा है। सरकार को प्रायोजित हिंसा को रोकना चाहिए। आप देश के युवाओं की आवाज दबाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस हिंसा की न्यायिक जांच की मांग करती है। कांग्रेस नेता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या गृहमंत्री के समर्थन के बिना हिंसा हो सकती है। उन्होंने दावा किया, "हमले के पीछे जेएनयू प्रशासन और गुंडे भाजपा के थे। छात्र और शिक्षक को मारा जा रहा है और दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी है। यह मोदी-शाह का छात्रों के लिए गुजरात मॉडल है।"

यह हमला जेएनयू की संस्कृति पर, उचित कार्रवाई होगी- कुलपति
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में रविवार को नकाबपोश बदमाशों द्वारा छात्रों और शिक्षकों पर किए गए हमले को विश्वविद्यालय के कुलपति ने सोमवार को जेएनयू की संस्कृति पर हमला बताया और कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

हिंसा के खिलाफ मुंबई, पुणे में प्रदर्शन
मुंबई और पुणे में सेकड़ों लोगों ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में रविवार शाम छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमलों की सोमवार को निंदा करते हुए इसके खिलाफ प्रदर्शन किया। गेटवे ऑफ इंडिया, पवई स्थित आईआईटी-बंबई परिसर के पास आधी रात को ही बिना किसी पूर्व योजना के प्रदर्शन शुरू हो गए। वहीं पुणे में एफटीआईआई परिसर में प्रदर्शन किए गए। लोग तिरंगा, मोमबत्ती, जेएनयू छात्रों के समर्थन में हाथ से लिखे बैनर और पोस्टर लिए हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी के कई नेताओं ने सोमवार को यहां जेएनयू छात्रों और शिक्षकों पर हमले की निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। 

यह सरासर गुंडागर्दी है- थोरात
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व मंत्री बाला साहेब थोरात ने जेएनयू में एबीवीपी के गुंडों द्वारा की गई बर्बरता की कड़ी निंदा की। थोरात ने कहा, यह सरासर गुंडागर्दी है। वे संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों पर हमला कर रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। शिवसेना नेता और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ की गई बर्बरता और हिंसा चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि चाहे जामिया हो या जेएनयू, छात्रों से बर्बरता नहीं होनी चाहिए। उन्हें रहने दीजिए। इन गुंडों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए।

Created On :   6 Jan 2020 7:14 AM GMT

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