राहुल गांधी की मानसरोवर यात्रा का दूसरा दिन, श्लोक के साथ की यात्रा की शुरुआत
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मानसरोवर यात्रा का आज दूसरा दिन।
- यात्रा शुरू करने के साथ ही संस्कृत में लिखा श्लोक
- कैलाश पर्वत की फोटो के साथ किया शेयर।
- राहुल की यात्रा पर बीजेपी ने साधा निशाना
- कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने दी सफाई।
डिजिटल डेस्क, काठमांडू। 12 दिनों तक चलने वाली राहुल गांधी की कैलाश मानसरोवर यात्रा का आज दूसरा दिन है। राहुल गांधी शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। राहुल ने यात्रा पर रवाना होने के साथ एक ट्टीट किया है। जिसमें कैलाश पर्वत की तस्वीर के साथ संस्कृत में एक श्लोक लिखा है। उन्होंने लिखा, “ॐ असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मामृतम् गमय, ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:” राहुल नेपाल-चीन के रास्ते से मानसरोवर की यात्रा कर रहे है। राहुल की अपनी इस यात्रा के दौरान भगवान शिव के इस पवित्र स्थल पर ही रहेंगे।
ॐ असतो मा सद्गमय।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2018
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मामृतम् गमय।
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥ pic.twitter.com/hSSLfdwDjq
राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेपाल से स्वदेश लौटने से कुछ समय पहले ही काठमांडू पहुंचे। राहुल शनिवार को विमान से नेपालगंज के लिए रवाना होंगे। वहां से वह तिब्बती सीमा से लगे नेपाल स्थित हुम्ला भी वायुमार्ग से जाएंगे। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रभारी और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राहुल के यात्रा पर रवाना होने की औपचारिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कैलास मानसरोवर की पवित्र यात्रा पर भगवान शिव के दर्शन के लिए नेपाल गए हैं। करीब 12 से 15 दिन इस यात्रा में लगेंगे। राहुल की यात्रा पर बीजेपी की ओर से की गई टिप्पणी पर सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा जिस तरह भगवान शंकर के अनन्य भक्त राहुल की मानसरोवर यात्रा पर प्रहार कर इसमें बाधा डाल रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तरह पवित्र यात्रा पर ओछी और सतही टिप्पणी भाजपा नेताओं ने की है वह हिंदू धर्म और आस्था का अपमान है। गौरतलब है कि बीजेपी ने राहुल की तीर्थयात्रा पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया कि राहुल चाहते थे कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना होते समय चीनी राजदूत उन्हें पारंपरिक रूप से विदा करें। साथ ही, उन पर ‘‘चीनी प्रवक्ता’’ की तरह हर जगह चीन के लिए बोलने का आरोप भी लगाया था।
कितने दुःख की बात है कि मोदी जी और उनके भक्त भगवान् शिव तथा माँ पार्वती के पवित्र स्थल को लेकर ओछी व घटिया राजनीति पर उतारू है। भोले बाबा से प्रार्थना है कि वह पथ भ्रष्ट भाजपाईयों को सदबुद्धि प्रदान करें । 5/n
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 31, 2018
जब आई थी मानसरोवर की याद
कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अप्रैल महीने के आखिर में विमान में अचानक तकनीकी खराबी आने की वजह से राहुल गांधी का विमान कई हजार फुट नीचे आ गया था। इस घटना के कुछ दिनों बाद दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की "जन-आक्रोश रैली" में गांधी ने कहा था, ‘जब मैं दो-तीन दिन पहले कर्नाटक जा रहा था तब अचानक जिस विमान में मैं बैठा था वो आठ हजार फुट नीचे आ गया था। मैं अंदर से हिल गया और लगा कि अब सब कुछ खत्म। तभी मुझे कैलाश मानसरोवर की याद आई। अब मैं आप लोगों से 10 -15 दिन के लिए छुट्टी चाहता हूं ताकि कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा सकूं।’ गौरतलब है कि राहुल गांधी इससे पहले खुद को जनेऊधारी और भगवान शिव का भक्त बता चुके हैं। इससे पहले राहुल केदारनाथ और सोमनाथ में स्थित ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए भी जा चुके हैं। राहुल गांधी की इस यात्रा को भाजपा पब्लिसिटी स्टंट बता रही है।
Created On :   1 Sept 2018 9:27 AM IST