राजस्थान में भी होगी कांग्रेस की 'हिंदू पॉलिटिक्स', मांगी मंदिरों की लिस्ट

congress president rahul gandhi turned to hindutva for election 2018
राजस्थान में भी होगी कांग्रेस की 'हिंदू पॉलिटिक्स', मांगी मंदिरों की लिस्ट
राजस्थान में भी होगी कांग्रेस की 'हिंदू पॉलिटिक्स', मांगी मंदिरों की लिस्ट

डिजिटल डेस्क, जयपुर। कांग्रेस पार्टी की गुजरात में हिंदू पॉलिटिक्स लोगों ने काफी पसंद की थी। गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदिरों ने जाकर दर्शन किए थे। यही कारण था कि गुजरात में कांग्रेस पार्टी ने पिछले कुछ चुनावों के मुकाबले इस बार काफी अच्छा प्रदर्शन किया। इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने अब राजस्थान में भी यही रणनीति अपनाने की योजना बनाई है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने राजस्थान और कर्नाटक समेत कई राज्यों की टूरिस्ट और धार्मिक महत्व रखने वाली जगहों (मंदिरों) की लिस्ट स्टेट यूनिट से मांगी है।

बता दें कि साल 2018 में देश के 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक जैसे राज्य शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी अब अपनी हिंदू पॉलिटिक्स को राजस्थान में भी आगे बढ़ाने जा रही है। इसके जरिए कांग्रेस अब हिंदुओं में अपना खोया जनाधार वापस पाने की कोशिश करेगी। बता दें कि राहुल गुजरात चुनाव के दौरान 27 मंदिरों में गए थे। इन इलाकों में रैलियां भी कीं। गुजरात की करीब 87 सीटें मंदिरों से प्रभावित मानी जाती हैं। कांग्रेस को इनमें से 47 पर जीत मिली है।

जानकारी के अनुसार राहुल गांधी के सलाहकारों ने राजनीतिक हवा का रुख पहचानते हुए नई रणनीति तैयार कर ली है। उन्होंने आने वाले चुनावों में अपना पूरा फोकस ऐसे मंदिरों की ओर कर लिया है, जिनकी बड़ी धार्मिक मान्यताएं हैं। राहुल गांधी इस महीने हो रहे दो लोकसभा और एक विधानसभा उपचुनावों में प्रचार के लिए आ सकते हैं। इस दौरान भी इस तरीके को लागू किया जा सकता है।

विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी सहित राज्य के बड़े कांग्रेसी नेताओं को राजस्थान में मंदिर और दूसरी धार्मिक जगहों के दर्शन कराए जाएंगे। गुजरात की तरह मंदिर दर्शन की राजनीति इस बार के चुनावों में जरूर देखने को मिलेगी। राजस्थान के बड़े मंदिरों का ब्यौरा मांगने के पीछे यही स्ट्रैटेजी मानी जा रही है।

राजस्थान के कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि...
राजस्थान कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट मुमताज मसीह ने कहा है कि हाईकमान की ओर से धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक महत्व वाले स्थलों की सूचना मंगाई गई है। इसकी सूचना तैयार करके केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी जाएगी। राजस्थान के अन्य कांग्रेसी नेताओं से भी इस मामले में बात की गई। उन्होंने कहा कि AICC ने पहली बार मंदिरों के बारे में जानकारी मांगी है। राजस्थान के बड़े मंदिरों की राज्य ही नहीं देश भर में मान्यता है।

राजस्थान के बड़े मंदिर
यदि राजस्थान के बड़े मंदिरों की बात की जाए तो इनमें चित्तौडगढ़ के सांवलियाजी, राजसमंद के चारभुजाजी, नाथद्वारा में श्रीनाथजी, पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर, बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुंदरी, करौली में मदनमोहनजी, कैलादेवी, सालासार बालाजी, बीकानेर जिले के जंभेश्वर मंदिर, देशनोक करणी माता, अलवर जिले के भृर्हतरी मंदिर और जयपुर के गोविंददेवजी मंदिर शामिल हैं। इन मंदिरों पर कांग्रेस नेता फोकस कर सकते है।

Created On :   2 Jan 2018 5:19 PM IST

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