कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं से कहा, युवाओं का मार्गदर्शन करें, ट्विटर बयानबाजी से दूर रहें
नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। राहुल गांधी के करीबी राज्यसभा सदस्यों द्वारा 10 साल के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) शासन के दौरान कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में आत्मनिरीक्षण की बात कहने की बहस के बीच पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को आगाह करते हुए उनसे सोशल मीडिया पर बयानबाजी करने से दूर रहने और उपयुक्त पार्टी मंचों पर अपने विचार पेश करने के लिए कहा है।
यहां रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए, कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा, मैं ट्विटर-ट्विटर खेल रहे उन दोस्तों को सोशल मीडिया पर बयानबाजी बंद करने की सलाह दूंगा। हमारे पास आंतरिक लोकतंत्र है। अपने विचारों को पार्टी के उचित मंचों पर पेश करें।
संकट के इस समय में, सरकार और संगठन में काम कर चुके वरिष्ठ नेताओं को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह के साथ खड़ा होना चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा, वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे युवाओं का मार्गदर्शन करें, उन्हें बढ़ावा दें और उनके लिए भी रास्ता बनाएं।
गुरुवार को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के दौरान विच्ोारों के आदान-प्रदान के बाद पार्टी के भीतर बबयानबाजी तेज हो गई है।
जब राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्य और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले राजीव सातव ने यूपीए के 10 साल के शासन में आत्मनिरीक्षण का आह्वान किया, तो उन्हें वरिष्ठों के पलटवार का सामना करना पड़ा।
Created On :   2 Aug 2020 6:01 PM IST