चीन मुद्दे पर भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस का ऑनलाइन अभियान
नई दिल्ली, 26 जून (आईएएनएस)। भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर कांग्रेस पर बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम ने हैशटैग स्पीक अप फॉर आवर जवान्स ऑनलाइन अभियान शुरू किया है।
एआईसीसी संचार विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, अभियान सुबह 10 बजे शुरू हुआ, जिसमें लोगों ने मोदी सरकार से उक्त सवालों के जवाब देने के लिए वीडियो पोस्ट करना शुरू कर दिया।
कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को शहीदों को सलाम दिवस भी मनाया। पार्टी की ओर से दावा किया गया कि दो करोड़ से अधिक भारतीयों के साथ ही कांग्रेस सदस्य और महिलाएं ट्विटर पर एकजुट हुए। इसके साथ ही करोड़ों अन्य लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शामिल हुए और लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद होने वाले 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
हालांकि इसमें राजनीतिक रंग देखने को मिला और इस दौरान केंद्र से सवाल पूछने पर अधिक जोर रहा। सुरजेवाला ने हालांकि दावा किया कि सवाल सामान्य तौर पर आम पुरुषों और महिलाओं द्वारा उठाए गए थे।
कांग्रेस ने एक बयान में पूछा, चीन ने पेट्रोलिंग प्वाइंट-14, गलवान घाटी, लद्दाख पर कैसे कब्जा कर लिया है, जहां हमारे 20 जवान शहीद हो गए हैं? मोदी सरकार पांगोंग त्सो क्षेत्र में फिंगर-4 और फिंगर-8 के बीच चीन के खुलेआम कब्जे और बंकरों के चल रहे निर्माण आदि पर क्या कार्रवाई कर रही है?
हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी यह साफ कर चुके हैं कि चीन को भारत का एक इंच इलाका भी कब्जा नहीं करने दिया गया है।
कांग्रेस पार्टी का यह सोशल मीडिया अभियान भाजपा द्वारा चीनी दूतावास और चीन की सरकार द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन को दिए गए दान का आरोप लगाने के बाद शुरू किया गया है। भाजपा की ओर से कांग्रेस पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दान प्राप्त करने का भी आरोप लगाया गया है।
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, पीएमएनआरएफ संकट में लोगों की मदद करने के लिए बनाया गया था, लेकिन इससे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार कार्यकाल में राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को पैसे दान किए जा रहे थे। पीएमएनआरएफ के बोर्ड में कौन बैठा था? श्रीमती सोनिया गांधी। आरजीएफ का अध्यक्ष कौन है? श्रीमती सोनिया गांधी। पूरी तरह से निंदनीय, नैतिकता की उपेक्षा..प्रक्रियाओं और पारदर्शिता को लेकर किसी को फिक्र नहीं थी।
Created On :   26 Jun 2020 10:30 PM IST