रघुनाथ घैत का आउट ऑफ टर्न प्रमोशन, आतंकी हमले की साजिश को किया था नाकाम
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। सीआरपीएफ मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले को नाकाम करने वाले कॉन्सटेबल रघुनाथ घैत को सीआरपीएफ ने उनकी बहादुरी का इनाम दिया है। सीआरपीएफ ने रघुनाथ का आउट ऑफ टर्न प्रमोशन करने का फैसला किया है। यानी उनकी जाबांजी पर उन्हें तुरंत प्रमोट किया जाएगा। मालूम हो कि श्रीनगर के सीआरपीएफ मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में एक जवान शहीद हो गया, वहीं सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। ये हमला और भी बड़ा हो सकता था, लेकिन सीआरपीएफ संतरी के पद पर तैनात कॉन्स्टेबल रघुनाथ घैत की मुस्तैदी ने अनहोनी को टाल दिया
ऐसे किया था हमले को नाकाम
12 फरवरी 2018, करन नगर में सीआरपीएफ की 23वीं बटालियन का हेडक्वार्टर, सुबह करीब 4.30 बजे का वक्त था। बटालियन के गेट पर संतरी रघुनाथ घैत तैनात थे। तभी उन्होंने दो आतंकियों को देखा। दोनों आतंकी भागते हुए कैंप के पास बने एक मकान में जा छुपे। आतंकी जिस मकान में छुपे वो एसएमएचएस अस्पताल के पास था। कॉन्सटेबल रघुनाथ ने आतंकियों पर गोली चलाई और इसकी सूचना बटालियन के अधिकारियों को दी। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने इमारत के आस-पास रह रहे लोगों को बाहर सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। घंटों चले ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया। ये हमला और भी बड़ा हो सकता था, लेकिन कॉन्स्टेबल रघुनाथ घैत की मुस्तैदी ने अनहोनी को टाल दिया।
रघुनाथ की देशभर में हो रही तारीफ
ऑपरेशन के बाद से ही रघुनाथ की देशभर में तारीफ हो रही है। सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर ने बताया कि हमने उनका टर्न प्रमोशन (तुरंत तरक्की) करने का फैसला किया है, इसके लिए गृह मंत्रालय से बात की जा रही है। सूत्रों की मानें, तो इस सिफारिश को फास्ट ट्रैक के आधार पर किया जाएगा। जैसे ही फैसला लिया जाता है, औपचारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा।
कई लोगों की बची जिंदगी
भटनागर ने बताया कि हमारे संतरी ने आतंकियों की संदिग्ध गतिविधियों को देखा, और उन पर फायरिंग की। जिसके बाद ही हमने अपनी क्विक रिएक्शन टीम को भेजा, जिसके बाद आतंकी बिल्डिंग में छुप गए। भटनागर ने कहा कि इस लड़के की वजह से कई लोगों की जिंदगी बच गई, अगर आतंकी अंदर घुस जाते तो अनहोनी काफी बड़ी हो सकती थी।
डीजी ने भी की तारीफ
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी एसपी वैद्य ने भी संतरी रघुनाथ की तारीफ की है। उनका कहना है कि लड़के की होशियारी के कारण ही आतंकी अपने मिशन को अंजाम देने में नाकाम रहे। 27 वर्षीय रघुनाथ महाराष्ट्र के बुलढाना जिले के नंदुरा गांव का रहने वाले हैं।
Created On :   14 Feb 2018 4:56 PM IST