दिल्ली विधानसभा सत्र में कोरोना और उद्योग धंधों पर होगी चर्चा
- दिल्ली विधानसभा सत्र में कोरोना और उद्योग धंधों पर होगी चर्चा
नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा का सोमवार को एक दिवसीय सत्र बुलाया गया है। इस एक दिवसीय सत्र में कोरोना पर चर्चा सभंव है।
दिल्ली में बीते कुछ दिनों से प्रतिदिन लगातार 4 हजार से अधिक नए कोरोना मामले सामने आ रहे हैं। एक दिवसीय सत्र में दिल्ली की अर्थव्यवस्था एवं उद्योग धंधों पर भी चर्चा हो सकती है।
दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के दौरान प्रश्नकाल को विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं किया गया है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सदन में बैठने की व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है।
विधानसभा में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और नेता विपक्ष समेत कुछ महत्वपूर्ण सदस्य पहले की ही तरह अपनी सीटों पर बैठेंगे। शेष विधायकों को एक-एक सीट छोड़कर बैठना होगा।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा, हमने विधानसभा सत्र में भाग लेने से पहले प्रत्येक विधायक के लिए कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ ही विधानसभा की कार्यवाही की कवरेज करने वाले सभी मीडियाकर्मियों को भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा।
सदन में प्रवेश से पहले सभी विधायकों का अनिवार्य कोरोना टेस्ट होगा। विधानसभा में प्रवेश से 48 घंटे पहले ही यह कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। विधानसभा में भी विधायकों के लिए कोरोना टेस्ट कराने की व्यवस्था होगी।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार इससे निपटने की रणनीति पर चर्चा कर सकती है। साथ ही पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन बयान दे सकते हैं।
रविवार को दिल्ली सरकार द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि बीते 24 घंटों घंटों में दिल्ली के अंदर कोरोना के कारण 29 लोगों की मौत हुई है और 4235 नए मामले सामने आए हैं। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड 56,656 टेस्ट किए गए हैं।
इस बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध आईसीयू बेड में से 80 प्रतिशत बेड कोविड-19 मरीजों के लिए सुरक्षित करने का आदेश जारी किया है। जिन निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड अभी अन्य मरीजों से भरे हैं, उनके खाली होने के बाद उसे कोविड-19 आईसीयू बेड में शामिल कर लिया जाएगा।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, दिल्ली में कोविड के 14,372 बेड में से अभी 7938 बेड भरे हैं और अभी भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली हैं।
-- आईएएनएस
जीसीबी/आरएचए
Created On :   13 Sept 2020 10:00 PM IST