केरल: CPM ने कहा, भ्रष्टाचार में शामिल किसी को बख्शा नहीं जाएगा
डिजिटल डेस्क, तिरुवनन्तपुरम। केरल के परिवहन मंत्री थॉमस चांडी पर भूमि संरक्षण अधिनियम और धान भूमि एवं आर्द्र भूमि संरक्षण अधिनियम के बड़े पैमाने पर उल्लंघन के आरोप में इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है, लेकिन इस बढ़ते दबाव के बीच सत्तारूढ़ सीपीएम ने स्पष्ट किया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
मंगलवार को सीपीएम के राज्य सचिव कोदियारी बालाकृष्णन ने चांडी के मुद्दे पर कहा, ‘आरोप सही साबित होने पर कानून तोड़ने वालों को किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जाएगी’। बालाकृष्णन ने कहा, ‘मुद्दे की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी’। उन्होंने साथ ही बताया कि इस मुद्दे पर महाधिवक्ता की कानूनी राय मिल गई है।
बालाकृष्णन ने आगे कहा, ‘कानूनी सलाह की जांच की जा रही है। एलडीएफ ने निर्णय करने के लिए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर भरोसा किया है’। आगे उन्होंने यह भी जोड़ा कि हर आदमी मुख्यमंत्री के फैसले से बंधा हुआ है। यह एनसीपी पर भी लागू होता है, जिसके नेता चांडी मंत्रिमंडल में शामिल हैं।
चांडी पर ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति होने का आरोप
बता दें कि बीजेपी विधायक ओ राजगोपाल और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष कुमानम राजशेखरन ने ये आरप लगाया है कि चांडी के पास ‘बेनामी’ और अन्य अघोषित लेनदेन के जरिए आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति है जिस पर अब तक संबद्ध प्राधिकारियों का ध्यान नहीं गया है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि चांडी ने अपनी पत्नी और अन्य आश्रितों के नाम पंजीकृत संपत्ति के बारे में चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे में कोई जानकारी नहीं दी है।
Created On :   14 Nov 2017 2:17 PM GMT