CRPF कैंप हमला: ज्योतिरादित्य सिंधिया का मोदी से सवाल, बोले 10 सर लाने वाले चुप क्यों?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा CRPF कैंप पर हुए हमले का मुद्दा मंगलवार को कांग्रेस ने लोकसभा में उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश की। कांग्रेस सांसद और पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार पर तीखा हमला किया। सिंधिया ने इस मुद्दे को लेकर पीएम पर मौन साधने का आरोप लगाया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि पहले तो पीएम एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात करते थे लेकिन अब लगातार सुरक्षाबलों के शहीद होने पर वे चुप क्यों हैं।
कांग्रेस ने शून्यकाल में सदन में यह मुद्दा उठाते हुए सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। साथ ही का कांग्रेस ने पाकिस्तान सहित अन्य देशों पर सरकार की नीति भी स्पष्ट करने की बात कही। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां साल 2017 के आखिरी दिन पूरा देश जश्न में डूबा था वहीं पुलवामा में CRPF कैंप पर आतंकियों द्वारा हमला किया गया। जिसमें हमारे 5 जवान शहीद हो गए। सिंधिया ने कहा कि हमारी सेना देश की सुरक्षा में तत्पर हैं वहीं सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इससे पहले भी पंपोर, पठानकोट सहित कई जगहों पर हमले हो चुके हैं।
खुफिया जानकारी पहले से थी
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पुलवामा हमले की जानकारी खुफिया एंजेसी पहले ही दे चुकी थी फिर भी वहां व्यवस्था सही नहीं हुई। फ्लडलाइट न होने की वजह से ही आंतकी घुसने में कामयाब रहे। सिंधिया ने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि इस साल 82 जवान शहीद हुए थे लेकिन पीएम चुप हैं। पहले तो कहते थे कि एक के बदले 10 सर लाएंगे। लेकिन कोई भी बात नहीं कर रहे हैं। सिंधिया ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और पाक के एनएसए की मुलाकात पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार की पाक के प्रति क्या नीति है ये स्पष्ट करना चाहिए। सुरक्षा सलाहकार जाधव के परिवार के साथ बदसलूकी के बाद भी पाक अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं।
सरकार बोली स्थिती में आया सुधार
कांग्रेस का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सेना पर हमला संवेदनशील मुद्दा है इस पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करनी चाहिए। वहीं गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि सरकार ने जम्मू कश्मीर में आतंकियों के हमले को चुनौती के तौर पर लिया है। सरकार ऐसी घटना रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
राज्य में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, नए-नए उपकरण लगाने, सीसीटीवी कैमरा लगाने की शुरुआत की गई है।
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान केंद्र सरकार की नीतियों से इस मुद्दे पर स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि 2010 से 2013 के दौरान 471 आतंकी मारे गए थे जबकि इस दौरान 108 नागरिक मारे गए वहीं 2014 से 2017 के दौरान 580 आतंकी मारे गए जबकि 100 नागरिकों की जान गई।
Created On :   2 Jan 2018 11:28 AM GMT