कर्नाटक के मंत्री से सीतारमण की तकरार, रक्षा मंत्रालय ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
- इसमें राज्य के मंत्री को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
- कर्नाटक में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और कर्नाटक के मंत्री के बीच बहस बढ़ती जा रही है।
- शनिवार को रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस मामले को लेकर बयान जारी किया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कोडागू के दौरे पर पहुंची रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री सा रा महेश से बहस हो गई थी। रक्षा मंत्री के ऐसे बर्ताव पर कांग्रेस लगातार हमला बोल रही है तो वहीं शनिवार को रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस मामले को लेकर बयान जारी किया गया है। इसमें राज्य के मंत्री को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस घटना ने राज्यसभा की गरिमा को कम किया है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, कई मेनस्ट्रीम और सोशल मीडिया पर चल रही रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कोडागू के दौरे पर पहुंची रक्षा मंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री सा रा महेश पर गुस्सा हो गईं। इस मामले के स्पष्टीकरण के लिए जरूरी है कि सभी बातें सामने आना चाहिए। रक्षा मंत्री का कार्यक्रम जिला प्रशासन ने प्रतिनिधियों के साथ मिलकर फाइनल किया था। रक्षा मंत्री के दौरे से दो दिन पहले ही उनके कार्यक्रम को सर्कुलेट कर दिया गया था। कार्यक्रम के अनुसार जब वह बाढ़ प्रभावित पूर्व सैन्यकर्मियों से रूबरू हो रही थीं कि इसी दौरान जिला प्रभारी मंत्री ने इस पर आपत्ति जताई और जोर दिया कि अधिकारियों के साथ बैठक पहले होनी चाहिए।
In response to the gross misinformation that has been circulating in the news for the past 24 hrs, the below statement has been issued.@nsitharaman @PIB_India @PIBBengaluruhttps://t.co/rtScnQFOFq pic.twitter.com/xfrrmL9uLK
— Raksha Mantri (@DefenceMinIndia) August 25, 2018
बिगड़ती स्थिति से बचने के लिए रक्षामंत्री ने तुरंत मीटिंग रोक दी और अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए चली गई। उन्होंने कहा कि उस स्थान को पहले से ही प्रेस कांफ्रेंस के लिए बनाया गया था और जल्दबाजी में समीक्षा के लिए वहां अधिकारियों को भी बुला लिया गया। सभी मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित करना अभूतपूर्व था। मंत्रालय ने कहा कि इसके बाद रक्षा मंत्री के खिलाफ निजी टिप्पणी की गई जो प्रतिक्रिया देने लायक भी नहीं थी। इस घटना के बाद महेश ने कहा कि सीतारमण का बयान कोडागू के लिए केन्द्र से धनराशि की मांग की प्रतिक्रिया के रूप में आया है।
क्या कहा था रक्षा मंत्री ने?
रक्षामंत्री ने मंत्री सा रा रमेश पर गुस्सा होते हुए कहा था कि वह अपने हर मिनट की जानकारी जिला प्रशासन को देने के लिए बाध्य नहीं हैं। मंच पर बैठे महेश को डांटते हुए उन्होंने कहा, "मैं यहां मिनट टू मिनट कार्यक्रम का पालन कर रही हूं। यदि अधिकारी महत्वपूर्ण हैं तो मेरा परिवार भी महत्वपूर्ण है। केंद्रीय मंत्री यहां प्रभारी मंत्री का अनुसरण कर रहा है। यह अविश्वसनीय है।" इसी घटना के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा था कि रिलीफ फंड जारी करने में प्रधानमंत्री कार्यालय के सौतेले व्यवहार की मैं निंदा करता हूं। हमें उम्मीद थी कि पीएम नरेंद्र मोदी नुकसान का जायजा लेने आएंगे, जबकि रक्षा मंत्री को भेजा गया जो हमारे राज्य मंत्री पर हावी होने की कोशिश कर रही थीं। यह कर्नाटक के प्रति बीजेपी की उदासीनता प्रकट करता है।
Created On :   25 Aug 2018 11:43 PM IST