दिल्ली : बिहार भवन में प्रवासियों के 24 घंटे हेल्पलाइन

Delhi: 24-hour helpline for migrants in Bihar Bhavan
दिल्ली : बिहार भवन में प्रवासियों के 24 घंटे हेल्पलाइन
दिल्ली : बिहार भवन में प्रवासियों के 24 घंटे हेल्पलाइन

नई दिल्ली, 1 मई (आईएएनएस)। दिल्ली स्थित बिहार भवन में प्रवासियों की मदद के लिए 24 घंटे हेल्पलाइन सेवा के जरिये देशभर के 15 लाख से अधिक प्रवासियों तक पहुंच बनाई गई है।

बिहार सरकार ने बिहार से बाहर फंसे प्रवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए बिहार भवन, नई दिल्ली में हेल्पलाइन-सह-कंट्रोल रूम स्थापित किया है। ये हेल्पलाइन उनके लिए है जो बिहार से बाहर देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। इस हेल्पलाइन-सह-कंट्रोल रूम की स्थापना दिल्ली के बिहार भवन में 25 मार्च को बिहार के रेजिडेंट कमिश्नर विपिन कुमार के नेतृत्व में की गई।

विपिन कुमार ने कहा कि दस हंटिंग लाइनों वाली तीन समर्पित हेल्पलाइन नंबर (011-23792009, 011-23014326, 011-23013884) बिहार भवन में चौबीसों घंटे सक्रिय हैं। बिहार भवन ने फंसे हुए श्रमिकों को उनके अनुरोध और शिकायतों को ऑनलाइन जमा करने में सक्षम बनाने के लिए गूगल डॉक फॉर्म सेवा की भी शुरुआत की गई है। युवा अधिकारियों की एक टीम कार्रवाई करते हुए प्रवासियों से प्राप्त हर अनुरोध को स्वीकार करती है। 60 (साठ) कर्मचारियों को 03 (तीन) शिफ्टों में हेल्पलाइन के काम में प्रतिनियुक्त किया गया है, जिससे प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए सामाजिक दूरी और स्वच्छता बनाए रखी जा सके।

उन्होंने कहा कि कई प्रवासियों के परिवार में किसी अप्रत्याशित घटना व विशेष परिस्थितियों में उन्हें बिहार स्थित अपने मूल स्थान पर भेजने का भी प्रबंध किया गया है। अन्य राज्यों में फंसे बिहार की गर्भवती महिलाओं के कई मामलों में बिहार भवन के अधिकारियों द्वारा संबंधित स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के बाद तत्काल चिकित्सा सहायता प्राप्त करवाई गई।

बिहार के रेजीडेंट कमिश्नर का कार्यालय व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से बिहार के बाहर फंसे प्रवासियों की जरूरतों और अनुरोधों पर अपेक्षित कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पूरे भारत में फंसे लाखों प्रवासियों की बुनियादी आवश्यकताओं और सहायता को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है।

-- आईएएनएस

Created On :   1 May 2020 6:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story