बुराड़ी केस: महिला तांत्रिक गीता मां हिरासत में, खुलेगा 11 मौतों का रहस्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने एक महिला तांत्रिक को हिरासत में लिया है। तांत्रिक महिला का नाम गीता मां है। ये महिला तांत्रिक और कोई नहीं बल्कि भाटिया परिवार का घर बनाने वाले कॉन्ट्रैक्टर कुंवरपाल सिंह की बटी है। भाटिया परिवार के छोटे बेटे ललित ने मौत से पहले आखिरी बार इस कॉन्ट्रैक्टर से ही फोन पर बात की थी। बता दें कि एक न्यूज चैनल ने इस तांत्रिक का स्टिंग किया है, जिसमें वह कहती नजर आ रही है कि वह भाटिया परिवार के घर पर गई थी, लेकिन उसकी मुलाकात ललित से नहीं हुई। उसने दावा किया कि भाटिया परिवार परेशान था। उन लोगों की मौत मानसिक तनाव में हुई है। कोई हवा थी जो उनसे कहती थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि अब तक ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला है, जिससे ये कहा जा सके कि गीता मां का कनेक्शन इस केस से है।
We have interrogated Geeta Maa (a Tantrik) in connection with the matter where 11 bodies were found in house in #Burari. There is nothing which suggests that she is connected with this case: Deputy Commissioner of Delhi Police
— ANI (@ANI) July 6, 2018
बता दें कि पुलिस को इस घर से कुछ रजिस्टर मिले थे। इन रजिस्टरों के आधार पर पुलिस अंदेशा लगा रही है कि इस घटना के पीछे तंत्र साधना भी एक मुख्य वजह हो सकती है। घर में मिले रजिस्टर में लिखा था कि स्टूल का इस्तेमाल करने, आंख बंद कर लेने और हाथ बांध लेने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। जिस रजिस्टर के आधार पर पुलिस घटना में ये एंगल जोड़ रही है, वह घर में बने एक छोटे से मंदिर के बगल में रखा मिला। इस रजिस्टर में 2017 से एंट्री शुरू हुई है। रजिस्टर में मोबाइल अलग रखने और कान में रूई डालने के बारे में भी लिखा है।
पढ़ें रजिस्टर में लिखी 11 बातें...
1. हर व्यक्ति को प्रभु दर्शन के लिए नियम के तहत, अपनी-अपनी आंखों में पट्टी बांधना है, ताकि कोई एक दूसरे को देख न सके। आंखों में सिर्फ परम स्थान दिखाई दे।
2. श्रद्धा के साथ सात दिनों तक लगातार बरगद के वृक्ष की पूजा करें। अगर कोई घर आए तो यह कार्य अगले दिन करें। इसके लिए गुरुवार या रविवार का दिन चुनें।
3. अगर बुजुर्ग महिला (नारायण देवी) खड़ी नहीं हो सकती हैं तो वह दूसरे कमरे में लेट सकती हैं। अनुष्ठान के लिए मद्धिम प्रकाश का उपयोग करें।
4. रात 12 बजे से एक बजे के बीच अनुष्ठान करें, ताकि कोई तुम्हें बाधा न पहुंचाए। जब तुम सब उस दौरान फांसी पर लटक जाओगे, तो भगवान अचानक प्रकट होंगे और उसी क्षण तुम्हें बचा लेंगे।
5. प्रभु के मार्ग में जाने के दौरान किसी तरह के शोर-शराबे से बचने के लिए मोबाइल स्विच ऑफ कर लेना है।
6. हरि दर्शन के उपाय खासतौर से मंगलवार, शनिवार या फिर रविवार को ही करना है।
7. इस दौरान अपने कान में रूई डालना है, ताकि परिवार के सदस्य एक दूसरे की आवाज तक न सुन सकें। घर में एकदम शांति हो।
8. भगवान दर्शन की क्रिया के पहले हवन करना है। (लोहे के हवन कुंड में अनुष्ठान करने के सबूत मिले हैं।)
9. भगवान दर्शन के लिए हाथ-पैर बांधते हुए रस्सी से लटकते वक्त झटपटाहट होने पर घबराना नहीं है, क्योंकि भगवान दर्शन देंगे।
10. हवन के बाद भगवान दर्शन क्रिया शुरू करते वक्त घर की विधवा महिलाएं परिवार से कुछ दूर यह सब करेंगी।
11. भगवान का दर्शन करने के बाद आप को सांसारिक दुखों से मुक्ति मिल जाएगी।
गौरतलब है कि मृतकों की पहचान नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटे भावनेश (50) और ललित भाटिया (45) के रूप में हुई है। भावनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्ष का बेटा शिवम, प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी मृत मिले।
Created On :   6 July 2018 10:45 PM IST