MAX हॉस्पिटल के लाइसेंस रद्द होने पर लगा स्टे, बीजेपी ने लगाया सांठ-गांठ का आरोप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जीवित बच्चे को मृत बताने वाले दिल्ली MAX हॉस्पिटल को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली सरकार की उस मांग को उपराज्यपाल ने ठुकरा दिया है जिसमे उन्होंने हॉस्पिटल के लाइसेंस रद्ध करने की मांग की थी। उपराज्यपाल के इस आदेश के बाद MAX हॉस्पिटल ने अपना काम दोबारा से शुरु कर दिया है।
CM ने की सांठ-गांठ
इस आदेश पर स्टे आने और एक बार फिर अस्पताल चालू होने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सवाल उठाए हैं। तिवारी ने ट्वीट कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सांठगांठ करने के आरोप लगाए हैं। तिवारी ने अपने ट्वीट में लिखा है "जो शंका थी फिर वही हुआ,पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं क्याेें कि केजरीवाल सरकार का यही चरित्र है" ट्वीट में मनोज तिवारी ने केजरीवाल से भी सवाल किया है। मनोज तिवारी ने पूछा है "कितने की डील हुई मालिक?"
जो शंका थी फिर वही हुआ,पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं कयुँकि केजरीवाल सरकार का यही चरित्र है ... @msisodia ‘s Financial Commissioner has reinstated Max Hospital..
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) December 20, 2017
सवाल - किने दी डील होई मालिक @ArvindKejriwal
इसको कहते हैं जमीर बेचना !! pic.twitter.com/uXZsrqDks0
ये कहा MAX प्रबंधन ने
मैक्स हॉस्पिटल की तरफ से आए एक ऑफीशियल स्टेटमेंट में कहा गया है कि अस्पताल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को फ्री इलाज देने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं गुणवक्ता युक्त स्वास्थ सेवाएं उपलब्ध कराने पर अस्पताल ध्यान केंद्रित कर रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि अस्पताल ने अपने कार्यों का संचालन एक बार फिर से सुचारू रूप से शुरु कर दिया है।
ये कहा था सत्येंद्र जैन ने
इस मामले के सामने आने के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि MAX हॉस्पिटल में बड़ी लापरवाही उजागर हुआ है। इसीलिए सरकार ने इस पर कार्रवाई करते हुए अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया है। बता दें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
क्या है मामला
30 नवंबर को दोपहर मैक्स हॉस्पिटल में वर्षा नामक महिला को जुड़वा बच्चे (एक लड़का और एक लड़की) पैदा हुए थे। उसमें से एक बच्चे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। पूरा परिवार इस बात को सुनते ही सदमे में आ गया। इतने में ही डॉक्टरों की टीम ने दूसरे बच्चे को भी मृत घोषित कर दिया। बस फिर क्या था पूरे परिवार की खुशियां एक ही पल में गम में बदल गईं। इसके बाद डॉक्टरों ने दोनों बच्चों के शव परिवार वालों को दे दिए। परिवार वाले कार में सवार होकर घर के लिए निकल गए जैसे ही कार मधुबन चौक तक पहुंची तो अचानक लड़के की सांसें चलने लगी और उसने पैर हिलाने शुरू कर दिए। परिवार वालों ने तुरंत बच्चे को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे की हालत स्थिर बताई थी, और उसका इलाज शुरू कर दिया था, जबकि दूसरे बच्चे को मृत ही बताया।
Created On :   20 Dec 2017 3:42 PM IST