भारत में बंद हुए नोटों का दक्षिण अफ्रीका में किया जाएगा इस्तेमाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. नोटबंदी को एक साल पूरे होने पर सत्ता पक्ष जहां कालाधन विरोधी दिवस माना रही है, वहीं कांग्रेस इसे काला दिवस कह कर प्रचारित कर रही है. अगस्त में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें आरबीआई ने कहा था कि अबतक 15.28 लाख करोड़ रुपए बैंकों में वापस आ गए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बंद हुए इन नोटों से दक्षिण अफ्रीका में चुनाव होगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि 1000 और 500 के सभी नोट को रिसाइकल कर हार्डबोर्ड बनाए जाएंगे जिन्हें दक्षिण अफ्रीका भेजा जाएगा। इस हार्डबोर्ड का इस्तेमाल दक्षिण अफ्रीका के चुनाव में होगा।
केरल में कन्नूर की कंपनी वेस्टर्न इंडियन प्लाईवुड लिमिटेड के मार्केटिंग प्रमुख पी. महबूब ने बताया कि आरबीआई के तिरुवनंतपुरम के दफ्तर से उन्हें करीब 800 टन पुराने नोट दिए गए। पी. महबूब ने बताया कि उनकी कंपनी लकड़ी लुगदी से कई तरह के बोर्ड बनाती है। इस बोर्ड को बनाने में पुराने नोट की लुगदी का इस्तेमाल किया जाएगा। नोटों की लुगदी को लकड़ी के लुगदी के साथ मिलाकर बोर्ड बनाए जाएंगे। बोर्ड बानाने का काम थर्मोमकैनिकल पल्पिंग तकनीक से किया जाता है। महबूब ने बताया कि उनकी कंपनी 1945 से प्लाईवुड, ब्लॉक बोर्ड और फ्लश डोर बनाती है।
गौरतलब है कि आरबीआई पुराने नोटों को जला देती है। लेकिन इस बार नोटबंदी की वजह से उसके पास एकत्र हुए नोट की संख्या बहुत ज्यादा है। इसी वजह से आरबीआई ने नोटो के रिलाइकल करने की योजना बनाई। कंपनी के मुताबिक पुराने नोट 200 रुपए प्रति टन के हिसाब से आरबीआई से खरीदे गए हैं।
बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि भारतीय मुद्रा को रिसाइकल कर हार्ड बोर्ड बनाया जा रहा है और उसका इस्तेमाल किसी और मुल्क में किया जाएगा।
Created On :   8 Nov 2017 7:46 PM IST