ड्यूटी से अनुपस्थित डाॅक्टर ने फोन पर पूछ ली बीमारी, कर्मचारी से कहा- ऐसे कर दो इलाज

विजय ऋषि, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय नागपुर में अजीब ही खेल चल रहा है। लॉ कॉलेज कैंपस के पास विद्यार्थियों के लिए बने क्लीनिक में सोमवार की दोपहर 11.10 बजे एक छात्र पहुंचा और पेट में दर्द होने की शिकायत बताई। थोड़ी देर में एक कर्मचारी ने फोन लगाकर डॉक्टर से बात करवाई तो डॉक्टर ने बीमारी फोन पर पूछ ली और कर्मचारी को उपचार का तरीका भी बता दिया। इसके बाद कर्मचारी ने दवा देते हुए कहा कि वैसे तो दवा लेने से ठीक हो जाएंगे, लेकिन फिर भी परेशानी होती है तो यहां वापस मत आना। किसी निजी अस्पताल में जाकर मेडिसिन के डॉक्टर को दिखा लेना और नहीं तो शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में चले जाना।
डॉक्टर अस्पताल में आने वाली नहीं है
सोमवार दोपहर 11.05 बजे दैनिक भास्कर संवाददाता टीम के साथ पहुंचा और कर्मचारी प्रकाश गोशीकर को पेट दर्द की शिकायत बताई। यहां-वहां की बातें करने के बाद कर्मचारी ने ड्यूटी पर अनुपस्थित डॉ. सरोज सोमकुंवर को फोन लगाया और मरीज को मोबाइल थमा दिया। बिना किसी जांच और पड़ताल के डॉक्टर ने फोन पर ही बीमारी पूछने लगे। बात खत्म होने के बाद कर्मचारी क्लीनिक में पीछे बने दवा स्टोर में ले गया। यहां नाम, पता, कक्षा और पूछने के बाद कर्मचारी डॉक्टर की तरह पेपर पर दवाएं लिखने लगा।
कर्मचारी से पूछा गया कि यदि बीमारी ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर का नंबर दे दो या कितने बजे डॉक्टर मिल सकेंगी, यह बता दो। इस पर कर्मचारी ने कहा कि वैसे तो आप दवा से ठीक हो जाओगे और यदि नहीं होते हो तो वहीं किसी अस्पताल में उपचार के लिए चले जाना, यहां वापस लौटकर मत आना। डॉक्टर अस्पताल में आने वाली नहीं हैं।
...और तब कहा-समस्या है तो क्लीनिक आइए
हद तो यह है कि मरीज की बीमारी फोन पर पूछने पर जब डॉ.सरोज सोमकुंवर से मामले की जानकारी के लिए संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि मैं फोन पर बात नहीं कर सकती हूं, यदि कोई समस्या है तो क्लीनिक आइए। क्लीनिक पर मैंने बाद में बता दिया कि मैं छुट्टी पर हूं।
Created On :   29 May 2018 4:55 PM IST