ईपीएफ घोटाला : ऊर्जा मंत्री ने अखिलेश पर किया पलटवार
लखनऊ, 5 नवम्बर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विद्युत निगम (यूपीपीसीएल) में हुए ईपीएफ घोटाले को लेकर राजनीति गरम हो गई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किए जाने के बाद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अखिलेश पर मंगलवार को पलटवार किया है।
श्रीकांत शर्मा ने जारी एक बयान में कहा, अखिलेश के आरोप तथ्य से परे हैं। अखिलेश जी आंकड़ों को छिपा रहे हैं। उन्होंने सिर्फ सियासत के लिए प्रेस वालों को संबोधित किया।
शर्मा ने कहा, ईपीएफ की धनराशि को निजी कंपनी में जमा करने का फैसला अखिलेश सरकार में ही 21 अप्रैल, 2014 को हुआ था। इसके बाद 17 मार्च, 2017 को डीएचएफसीएल में पहला निवेश हुआ था। कर्मचारियों के पीएफ का पैसा कहां जमा होगा, यह ट्रस्ट तय करता है। ऊर्जा मंत्री की इस ट्रस्ट में कोई भूमिका नहीं है। हमारे संज्ञान में आते ही इस मामले में हमने कार्रवाई शुरू करा दी। सबसे पहले विजिलेंस जांच कराकर प्रथम ²ष्ट्या दोषियों को जेल भेजा। इस मामले की मैंने सीबीआई जांच कराने की संस्तुति की। यह तो तय है कि घोटाले की पटकथा लिखने वाले पूर्व और मौजूदा लोगों पर कार्रवाई होगी।
श्रीकांत शर्मा ने कहा, प्रदेश में हर गरीब के घर बिजली पहुंचने से अखिलेश बौखला गए हैं। सभी शहर तथा गांव को लगातार बिजली मिलने से वह काफी असहज महसूस कर रहे हैं। उनकी पार्टी ऐसा करने में नाकाम रही थी। हमने अपने विभाग में हर अनियमितता की जांच कराई। हमने जांच कराकर हर मामले के दोषियों के खिलाफ जांच कराई। अब अखिलेश यादव और कांग्रेस को जवाब देना है। अखिलेश जी उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। अखिलेश जी फंस गए हैं, अखिलेश जी ने गलत नम्बर डायल किया है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा, अखिलेश के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। प्रदेश में कर्मचारियों के पीएफ पर डाका डालने वालों पर कार्रवाई होगी।
Created On :   5 Nov 2019 7:00 PM IST