किसान संगठनों की चेतावनी, मार्च से फिर शुरु हो सकता है बड़ा आंदोलन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में किसान कर्ज माफी, फसलों के लिए उचित दाम और दूध कि कम कीमत मिलने से नाराज किसान संगठनों कि संचालन समिति (सुकाणु समिति) एक बार फिर से प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रामक होने वाली है। शुक्रवार को सुकाणु समिति के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी विभिन्न मागों को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। शेतकरी संगठन के अध्यक्ष रघुनाथ दादा पाटील ने कहा कि सरकार ने यदि विभिन्न मांगों को लेकर ठोस फैसला नहीं लिया तो सुकाणु समिति मार्च महीने से राज्य भर में आंदोलन करेगी।
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मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कहा वादा निभाएं
सूत्रों के अनुसार जनता दल सेक्युलर के प्रदेश कार्यालय में सुकाणु समिति की हुई बैठक में 19 मार्च से आंदोलन शुरू करने की योजना बनाई गई है। हालांकि पुणे में 10 फरवरी को सभी किसान संगठनों की होने वाली बैठक में आंदोलन की अंतिम तारीख और रूपरेखा के बारे में अधिकृत रूप से घोषणा की जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री से मिले प्रतिनिधिमंडल ने सरकार से किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी की मांग की। सुकाणु समिति ने कहा कि किसान कर्जमाफी में शहरी सहकारी बैंक, पतसंस्था, गैर खेती संस्था, मल्टिस्टेट बैंक, माइक्रो फायनांस समेत अन्य बैंकों से लिए किए कर्ज के बारे में सरकार ने विचार नहीं किया।
फिर से शुरु हो सकता है आंदोलन
सुकाणु समिति ने किसानों को खेती के लिए मुफ्त में बिजली देने की मांग की है। किसान नेताओं ने कीड़ा लगने से जिन किसानों की कपास की फसल खराब हुई है। उनको सरकार की तरफ से 50 हजार रुपए नुकसान भरपाई देने की मांग की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसान नेताओं का ज्ञापन स्वीकार करते समय रघुनाथ पाटील से पूछा कि आप लोग हमसे नाराज हैं क्या? इस पर रघुनाथ पाटील ने कहा कि हम नाराज नहीं बल्कि किसानों को लेकर बेचैन हैं।
Created On :   2 Feb 2018 8:46 PM IST