किसान आंदोलन का 43वां दिनः सरकार को समझाने शक्ति प्रदर्शन के दौरान 60 हजार ट्रैक्टर रैली में हुए शामिल  

किसान आंदोलन का 43वां दिनः सरकार को समझाने शक्ति प्रदर्शन के दौरान 60 हजार ट्रैक्टर रैली में हुए शामिल  

डिजिटल डेस्क ( भोपाल)। कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 43वें दिन भी जारी है। 7 जनवरी गुरुवार को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गाज़ीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली निकाली। इसमें हरियाणा के गांवों से भी लगभग 2 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर आज  कुंडली के पास देखें गए। किसान संगठनों का दावा है कि इस रैली में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल हुए। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "जब तक कानून रद्द नहीं होगा तब तक हम यहां बैठे रहेंगे।

दिल्ली: बुराड़ी में ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई ... 

शैलेंद्र कुमार सिंह, एडीएम (सिटी), गाजियाबाद ज़िला, उत्तर प्रदेश ने कहा कि यहां की गाड़ियां नोएडा जाकर वहां से गाज़ीपुर बॉर्डर वापस आएंगी। हमारी तरफ से पूरी व्यवस्था की गई है। हम सभी चीज़ो का वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं और हम लगातार इनके संपर्क में है। उत्तर-पश्चिम की DCP ने बताया, "हमारी टीम तैनात है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। हम किसान संगठनों से भी बात कर रहे हैं कि अब तक जैसे उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया वैसे आगे भी करते रहें।" उधर,  कुंडली के पास केएमपी व केजीपी पर 2 हजार से ज्यादा ट्रैक्टरों को नहीं रोकने के आदेश पुलिस को दिए गए थे। हालांकि, इस रूट पर आम वाहनों को नहीं जाने दिया गया। 

 हरियाणा के नूंह में किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए कुंडली-मानेसर-पलवल टोल प्लाज़ा (KMP) पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सब इंसपेक्टर ने बताया, "प्रशासन ने पूरा प्रबंध किया है। किसान रैली का कोई भी ट्रैक्टर KMP पर नहीं चढ़ने दिया जाएगा, टोल पर ही रोक लिया जाएगा।" 

कृषि कानूनों के खिलाफ बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। फरीदकोट (पंजाब) के ज़िला प्रधान बिंदर सिंह गोले वाला ने बताया,"आज 11 बजे हम अपना ट्रैक्टर मार्च निकाला। यह टिकरी बॉर्डर तक गया। " आज पूर्वी और पश्चिमी पेरीफेरल एक्सप्रेसवे समेत दिल्ली की चार बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली निकाली गई।

गाज़ीपुर बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी की तैयारी है। हमारा रूट यहां से डासना है उसके बाद अलीगढ़ रोड पर हम रुकेंगे, वहां लंगर होगा फिर वहां से हम वापस आएंगे और नोएडा वाले ट्रैक्टर पलवल तक जाएंगे। हम सरकार को समझाने के लिए ये कर रहे हैं। 

 

Created On :   7 Jan 2021 6:12 AM GMT

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