फारूक अब्दुल्ला बोले- कश्मीरी पंडितों के बिना अधूरा है कश्मीर
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीरी पंडितों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मीडिया से बात करने के दौरान कहा है, "कश्मीरी पंडित कश्मीर का एक अभिन्न अंग हैं, उनके बिना कश्मीर अधूरा है। एक दिन ऐसा आएगा जब वे अपने असली घर की ओर वापसी करेंगे।" उन्होंने कहा है कि कश्मीरी पंडितों को घर वापस आकर अपना घर संभालना पड़ेगा और वहां उसी तरह जीना पड़ेगा जैसे की हम सभी जी रहे हैं। बता दें कि फारूक अब्दुल्ला ने यह बयान फिल्म निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा के उन आरोपों के जवाब में दिया है, जिसमें विधु विनोद चोपड़ा ने महबूबा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि महबूबा सरकार पंडितों को अपमानित कर रही है।
कश्मीरी पंडितों पर नेशनल कॉन्फेंस का संकल्प
गौरतलब है कि फारुक अब्दुल्ला की पार्टी ने कई मुद्दों पर नए संकल्प लिए हैं, जिसमें से एक संकल्प उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए भी पारित किया था। संकल्प में कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन को राज्य के इतिहास में एक काला अध्याय बताया गया था। साथ ही यह भी कहा गया था, "ये हमारे नागरिकों को के लिए, एक ना भुलाए जा सकने वाली एक बुरी याद है। उनकी मर्यादापूर्ण वापसी एवं पुनर्वास अभी तक अधूरा है और इस दिशा में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।" बता दें कि फारूक अब्दुल्ला इससे पहले भी इस तरह के कई बयान दे चुके हैं। हालांकि, उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए कश्मीर राज्य में अलग से भूमि देने के विचार की काफी आलोचना की थी।
अक्सर विवादों में रहते हैं अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ज्यादातर अपने विवादित बयानों को लेकर खबरों में रहते हैं। हाल ही में जम्मू कश्मीर के सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद दिए गए बयान के कारण चर्चा में आये थे। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान की हालत के लिए अकेले पाक नहीं, बल्कि भारत भी जिम्मेदार है। उनके इस बयान के बाद सियासत में काफी गहमा-गहमी देखने को मिली थी। साथ ही उन्होंने पकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा था, "अगर पाकिस्तान भारत से अच्छे संबंध चाहता है तो उसे आतंकवाद बंद करना होगा।"
Created On :   9 March 2018 9:53 PM IST