कर्नाटक चुनाव: चंद्रग्रहण को बुरा संकेत मान देवगौड़ा-सिद्धारमैया ने कराई पूजा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माघ मास में गंगा स्नान से अधिक पुण्यकारी दूसरा कुछ नही माना गया है। यदि इस माह में गंगा स्नान किए जाएं तो अनेक वर्षों के पाप तो नष्ट होते हैं। इस बार माघ पूर्णिमा या माघी पूर्णिमा 31 जनवरी 2018 बुधवार को है। इसी दिन चंद्रग्रहण भी शुरू हो गया है। एशिया में 35 सालों बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब ब्लू मून, ब्लड मून और सुपर मून एक साथ देखे जा रहे हैं। जहां एक ओर वैज्ञानिक और खगोलशास्त्री इसे आकाशीय घटना मान रहे हैं तो कर्नाटक की रानजीति में इसे लेकर नई धारणा शुरू हो गई है। कर्नाटक के नेताओं का मानना है कि ब्लू मून, सुपर मून और ब्लड मून का एक ही दिन पड़ना कर्नाटक की राजनीति और उनकी राजनीति के लिए शुभ नहीं है। चंद्रग्रहण के बुरे असर से बचने के लिए कर्नाटक में कुछ नेताओं ने मंदिरों और अपने घरों में खास पूजा रखवाई।
बता दें कि इस साल कर्नाटक में विधान सभा चुनाव होने हैं। इसलिए सभी राजनीतिक घराने इस ज्योतिषीय घटना के मद्देनजर विशेष पूजा अर्चना कराने में मशगूल दिखे। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्यूलर के अध्यक्ष एच डी देवगौड़ा ने जहां अपने बेंगलुरु आवास पर सत्यनारायण पूजा कराई, वहीं उनके बड़े बेटे एच डी रेवन्ना ने तमिलनाडु के अलग-अलग मंदिरों में पूजा की। एचडी देवगौड़ा और उनकी पत्नी चेन्नमा ने एक साथ आहुति भी दी। दोनों ने चंद्रग्रहण के अशुभ प्रभावों और बुरी नजरों से बचने के लिए प्रार्थना भी की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार बी एस येदियुरप्पा ने भी विशेष पूजा की है। हालांकि, उनके परिजनों से इससे इनकार किया है। उनके एक करीबी ने कहा कि येदियुरप्पा के घर पर किसी तरह की पूजा नहीं हुई है। लोकल चैनलों पर चल रही इस तरह की खबर बेबुनियाद है।
Created On :   31 Jan 2018 8:30 PM IST