- Dainik Bhaskar Hindi
- National
- Fire broke out at gas well of Oil India Ltd at Baghjan in Tinsukia Assam some people died NDRF teams present Oil Well Fire
दैनिक भास्कर हिंदी: Fire in Assam: असम में तेल के कुएं में लगी भीषण आग अब गांवों तक फैली, दो लोगों की मौत, 6 घायल

हाईलाइट
- तिनसुकिया में ऑयल इंडिया के तेल के कुएं में आग
- गांवों में भी फैली भीषण आग की लपटें, 2 की मौत
डिजिटल डेस्क, दिसपुर। असम के तिनसुकिया जिले में स्थित ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Ltd) के कुएं में गैस के रिसाव के कारण मंगलवार से लगी आग अब और विकराल होती जा रही है। भीषण आग की लपटें आसपास के गांवों में फैलती जा रही है। बुधवार को आग में झुलसने से दो लोगों की मौत भी हो गई। कई लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम घटनास्थल पर मौजूद है। आग बुझाने का काम भी लगातार जारी है।
#UPDATE Assam: Two persons dead in the massive fire that broke out at the gas well of Oil India Ltd at Baghjan in Tinsukia district yesterday; bodies recovered. National Disaster Response Force (NDRF) teams present at the spot; fire flames continue to erupt from the gas well. https://t.co/fQO40LI5lW pic.twitter.com/qNZU2gssWy
— ANI (@ANI) June 10, 2020
दो किमी दूर से दिखाई दे रहीं आग की लपटें
आग इतनी भीषण है कि इसकी लपटें दो किलोमीटर दूर से भी दिखाई दे रही हैं। अब तक ऑयल फील्ड के आसपास के कम से कम 30 मकान आग की चपेट में आ चुके हैं। एहतियात के तौर पर 1600 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। आग बुझाने के लिए ऑयल इंडिया, ओएनजीसी के दमकल और तिनसुकिया व डिब्रूगढ़ जिले से फायर टेंडर की कई गाड़ियां मौके पर भेजी मौजूद हैं। जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर हैं। आग बुझाने के काम में वायुसेना की भी मदद ली जा रही है।
#WATCH Fire continues to rage at the gas well of Oil India Ltd at Baghjan in Tinsukia district, 2 persons dead. #Assam pic.twitter.com/WgUhEqonGI
— ANI (@ANI) June 10, 2020
असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, आग को अब 50 मीटर के दायरे तक सीमित कर दिया गया है। विशेषज्ञों का मानना है, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उन्हें लगभग 25 से 28 दिन का समय लगेगा। हमने उस क्षेत्र से लोगों को सफलतापूर्वक निकाल लिया है। पीएम मोदी ने राज्य को पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है।
Experts from Singapore brought by Oil India ltd and Petroleum Ministry are putting their best effort.
— ANI (@ANI) June 10, 2020
Union Min Dharmendra Pradhan is monitoring the incident. We have successfully evacuated people from the affected zones. The fire has come down to a radius of 50 meters: Assam CM https://t.co/zWi8qg3WW2 pic.twitter.com/Ql110AwFSa
तेजी से गांवों की ओर बढ़ रही आग
असम के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य ने बताया, असम सरकार लगातार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन आग तेजी से गांवों की ओर बढ़ रही है। अब तक इस घटना में 6 लोग घायल हुए हैं।
Assam govt is trying its best to control the fire. Around 6 people have been injured & fire has spread in the nearby villages: Parimal Suklabaidya, State Environment & Forest Minister on fire that broke out at gas well of Oil India Ltd at Baghjan in Tinsukia (9/6) pic.twitter.com/AYhC0f5OoY
— ANI (@ANI) June 9, 2020
गैस रिसाव पर काबू पाने की कोशिश जारी
जानकारी के मुताबिक, सिंगापुर की आपातकालीन प्रबंधन फर्म की एक विशेषज्ञ टीम गैस रिसाव पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की थी, ताकि भारतीय वायु सेना की मदद से धधकती आग को रोका जा सके। सोनोवाल ने गैस रिसाव के मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी बात की।
Spoke to the media regarding measures taken by the State Govt to control fire at the Baghjan oilfield gas explosion site in Tinsukia. pic.twitter.com/cR1zAP2cOf
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) June 9, 2020
14 दिन से हो रहा है गैस रिसाव
बता दें कि, असम में गुवाहाटी से लगभग 550 किलोमीटर दूर तिनसुकिया के बागजान में ऑयल इंडिया लिमिटेड का तेल का कुआं है। यहां पिछले 14 दिनों से गैस का रिसाव हो रहा है। 27 मई को कुएं में गैस रिसाव होने के बाद से क्षेत्र में तैनात एनडीआरएफ की टीमें आग पर काबू पाने के लिए भरसक प्रयास कर रही हैं। असम के शीर्ष अधिकारी भी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच मंगलवार को कुएं में आग लग गई। आग की बड़ी लपटें भी शुरू हो गईं, जो कि आस-पास के इलाकों में फैलती ही जा रही हैं।
प्रभावित परिवारों को 30 हजार रुपये की वित्तीय सहायता
इसकी वजह से क्षेत्र के वन्यजीवों को भारी नुकसान पहुंचा है। खड़ी फसलों के साथ-साथ तालाबों और आसपास के गांवों की खेती की जमीन भी बुरी तरह प्रभावित हुई है और हर दिन खतरा बढ़ता ही जा रहा है। क्षेत्र के कई छोटे चाय उत्पादकों ने भी उनके चाय बागानों तक गैस पहुंचने का दावा किया है। ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने प्रभावित परिवारों में से प्रत्येक को 30,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है।
देखिए आग से धधकते असम की तस्वीरें...




स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: असम में भूस्खलन से 20 लोगों की मौत
दैनिक भास्कर हिंदी: Landslide: असम में लगातार बारिश से भूस्खलन, 20 लोगों की मौत, 19 घायल, CM ने जताया दुख
दैनिक भास्कर हिंदी: प्रधानमंत्री ने असम व त्रिपुरा के लोगों के व्यवसाय और मानवता की सराहना की
दैनिक भास्कर हिंदी: Corona Test: असम ने कोविड-19 टेस्टिंग में केरल को भी छोड़ा पीछे, भाजपा ने बताई बड़ी उपलब्धि
दैनिक भास्कर हिंदी: असम में 48 घंटों में कोरोना मामलों में 54 प्रतिशत वृद्धि