देश के पहले सीडीएस प्रमुख बिपिन रावत और उनकी पत्नी पंचत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि

Countrys first CDS chief Bipin Rawat and his wife merged into Panchatva, daughter lit fire
देश के पहले सीडीएस प्रमुख बिपिन रावत और उनकी पत्नी पंचत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि
अलविदा देश के पहले सीडीएस प्रमुख बिपिन रावत और उनकी पत्नी पंचत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि
हाईलाइट
  • अंतिम सफर को आखिरी सलाम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  अंतिम सफर को आखिरी सलामी- देश के पहले सीडीएस प्रमुख जनरल रावत को देश ने आज नम आंखों से अंतिम सलामी दी। हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार सीडीएस बिपिन रावत और उनकी दिवंगत पत्नी मधुलिका अपने अंतिम सफर पर निकल चुके है। उनके घर में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। अब उनका आखिरी सफर खत्म हो है। अमर रहे बिपिन रावत के खूब नारे लगे ।।  बराबर स्क्वेयर श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। घर से श्मशान घाट तक के उनके इस सफर में हजारों लोग शामिल हुए। कुछ गाड़ियों पर सवार। कुछ दौड़ते हुए। कुछ पैदल चलते हुए। देश के शौर्य के शीर्ष सदस्य को अलविदा कहने काफिला जुड़ता चला गया।  तकरीबन पांच बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया गया।

यहां उन्हें

उनकी बेटी ने दी मुखाग्नि।

जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई
अंतिम संस्कार के वक्त तीनों सेनाओं के बिगुल बजे
सैन्य बैंड शोक गीत गाया गया
अंतिम संस्कार के वक्त 800 जवान मौजूद रहें।
अंतिम यात्रा को 99 सैन्यकर्मियों ने एस्कॉर्ट किया।
सेना के बैंड के 33 कर्मियों ने दी आखिरी विदाई। 
लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के 6 अफसर तिरंगा लेकर चले
अंतिम दर्शन स्थल पर 12 ब्रिगेडियर स्तर के अफसर भी तैनात थे

ब्रिगेडियर को आखिरी नमन

गम में डूबकर देश शहीद ब्रिगेडियर एसएस लिड्डर को आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई। बरार स्क्वॉयर क्रिमेशन सेंटर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्होंने श्रद्धांजलि दी। जानकारी के मुताबिक लिड्डर की बेटी उनको मुखाग्नि दी।  ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार किया गया।  ये क्षण पूरे देश के लिए वो पल था जब  वह उनकी स्मृतियों  को हमेशा के लिए अपने मन में समेट रहा था। पूरे सैन्य सम्मान के साथ  उन्हें श्रद्धांजलि दी । ये गम भरा माहौल था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी  श्रद्धांजलि दी।

अंतिम यात्रा के लिए दिवंगत जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर को तोप वाली गाड़ी गन कैरिएज में रखा गया। अंतिम यात्रा उनके आवास से दिल्ली कैंट के बरार स्क्वॉयर तक हुई।

आज पूरे देश ने नम आंखों से तमिलनाडु के कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हुए देश की शूरवीर योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी। जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर दिल्ली के 3 कामराज मार्ग पर उनके आवास पर लाने के बाद आज लोग उनके अंतिम दर्शन किए।  इससे पहले कल रात दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी 13 शहीदों को दी श्रद्धांजलि दी और परिजनों से भी मुलाकात की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,एनएसए अजीत डोभाल और तीनों सेना प्रमुखों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। 

आज दिल्ली में हुए अंतिम दर्शन

सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक विशेष लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। दोपहर साढ़े 12 बजे से 2 बजे तक सैन्य अफसरों ने अंतिम विदाई  दी। दोपहर 2 बजे के बाद उनकी अंतिम यात्रा शुरू की गई। जनरल रावत की अंतिम यात्रा पूरे सैन्य सम्मान के साथ निकाली गई। दोपहर 3.30 बजे उनके पार्थिव शव को दिल्ली कैंट बराड़ चौक अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। शाम 4.45 पर 17 तोपों की सलामी के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। इस दौरान 800 जवान  मौजूद रहें।

 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। वहीं आर्मी चीफ एम एम नरवणे, आईएएफ चीफ वी आर चौधरी और नेवी चीफ आर हरि कुमार ने सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी।

किसान नेता राकेश टिकैत भी श्रद्धांजलि  देने पहुंचे।


 

Created On :   10 Dec 2021 3:21 AM GMT

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