खुशखबरी: 2019 से सभी कार में एयरबैग और पार्किंग सेंसर जरूरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जुलाई 2019 के बाद बनने वाली कारों के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। नए नियमों के मुताबिक नई कारों में ड्राइवर एयरबैग,स्पीड वॉर्निंग सिस्टम,सीट बेल्ट वॉर्निंग सिस्टम और रिवर्स पार्किंग सेंसर लगाना कंपलसरी हो जाएगा। मंत्रालय ने सभी निर्माता कंपनीज को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। वर्तमान में ये सभी फीचर्स केवल लग्जरी कारों में दिए जाते हैं, लेकिन नए नियमों के बाद सुरक्षा संबंधी ये फीचर्स सभी कारों में शामिल किए जाएंगे।
निर्माताओं के लिए एम-1 श्रेणी के वाहनों (ड्राइवर+8 सीट तक क्षमता वाली कार) में एआइएस-145 मानक सुरक्षा फीचर देना अनिवार्य होगा। कारों की सेफटी टेस्ट के लिए प्रस्तावित भारत एनसीएपी क्रैश टेस्ट प्रोग्राम के तहत इन फीचर वाली सभी कारों को सुरक्षा की फाइव स्टार रेटिंग दी जाएगी। नए नियमों को लागू करने का कारण सड़क सुरक्षा को बढ़ाना हैं।
आपकों बता दें कि देश में हर साल पांच लाख सड़क दुर्घटनाओं में डेढ़ लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं और तीन लाख लोग घायल होते हैं। ज्यादारतर हादसे छोटी कारों से होते हैं जिनमें सुरक्षा के इंतेजाम नहीं होते है। अंधाधुंध रफ्तार पर वाहन चलाने, पीछे देखे बगैर वाहन को बैक करते और सीट बेल्ट न पहनने की वजह से भी होते है।
मंत्रालय के नए नियम लागू होने से इस तरह की दुर्घटनाओं में कमी आने में मदद मिलेगी। संयुक्त राष्ट्र के साथ किए वादे को पूरा करने के लिए भारत सरकार 2020 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनमें मरने वालों की संख्या को आधा करने की कोशिशों में जुटी है।
लग्जरी कारों में क्यों होते हैं ये फीचर्स?
भारत में फिलहाल ये फीचर्स महंगी और लग्जरी कारों में ही दिए जाते हैं। इन जरूरी फीचर्स को बड़ी गाड़ियों में देकर निर्माता कारों की कीमत बढ़ा देते हैं, जबकि ये जरूरी फीचर्स होते हैं और इन्हें सभी कारों में अनिवार्य रूप से होना चाहिए। अब निर्माताओं को सभी कारों में इन्हें न्यूनतम सुरक्षा फीचर के तौर पर अपनाना होगा। फाइव स्टार सुरक्षा फीचर वाली कारों को सरकार की ओर से वित्तीय प्रोत्साहन दिए जाने की संभावना जताई जा रही है।
Created On :   29 Oct 2017 12:18 PM IST