16 साल की 'गुड़िया' को गैंगरेप के 17 दिन बाद भी नहीं मिला इंसाफ

डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल के गुड़िया गैंगरेप और बर्बर हत्या मामले को 17 दिन हो गए है। मामले में पुसिस के ढीले रवैये से लोगों में आक्रोश है। आरोपियों ने स्कूल से घर लौट रही लड़की को पहले लिफ्ट दी और पास के जंगलों में उसके साथ बर्बरता से गैंगरेप कर हत्या कर दी। घटना को लेकर परिजनों में ही नहीं जनता में भी आक्रोश है और पिछले 10 दिन से शिमला में विरोध प्रदर्शन जारी है।
आलम यह है कि लोग सड़कों पर उतर आए हैं और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों का गुस्सा बढ़ता देख सीबीआई जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं पुलिस के मुताबिक मामले में अब तक 6 गिरफ्तारियां भी की जा चुकीं हैं। लेकिन इन गिरफ्तारियों से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं हैं। इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका की काफी आलोचना की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। गुड़िया से रेप और हत्या जैसे जघन्य अपराध को लेकर शिमला में पिछले एक हफ़्ते से लोगों का प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को करीब तीन हज़ार लोगों की भीड़ ने थाने पर धावा बोला था।
वहीं हिमाचल प्रदेश सरकार ने पुलिस एसआईटी के तीन सदस्यों का तबादला कर दिया, जो एक स्कूली छात्रा से बलात्कार और हत्या के मामले की जांच कर रहे थे। जिन पुलिस अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। उसमें एसआईटी के प्रमुख आईजी (दक्षिणी क्षेत्र) जेड एच जैदी भी शामिल हैं।पुलिस के खिलाफ ये कदम तब उठाया गया जब पुलिस हिरासत में एक आरोपी ने दूसरे आरोपी की हत्या कर दी।
Created On :   21 July 2017 12:25 PM IST