भाजपा हमसे न छीने गांधी की हत्या का श्रेय, नाथूराम से हैं हमारे संबंध: हिन्दू महासभा

Godse killed mahatma Gandhi dont take that away from us says Hindu Mahasabha
भाजपा हमसे न छीने गांधी की हत्या का श्रेय, नाथूराम से हैं हमारे संबंध: हिन्दू महासभा
भाजपा हमसे न छीने गांधी की हत्या का श्रेय, नाथूराम से हैं हमारे संबंध: हिन्दू महासभा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महात्मा गांधी की हत्या की फाइल दोबारा खुलवाने की याचिका दायर होने के बाद से इस मामले को लेकर बड़ा खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं हिन्दू महासभा ने भाजपा और आरएसएस को इस मुद्दे से दूरी बनाए रखने को कहा है। हाल ही में महात्मा गांधी की हत्या के मामले में अदालत की मदद के लिए सलाहकार नियुक्त किए जाने को लेकर हिन्दूमहा सभा ने कहा है कि, महात्मा गांधी की हत्या में चौथी गोली का एंगल निकाल कर इस मुद्दे को और पेचीदा बनाना चाह रहे हैं।

नाथूराम से हैं हिन्दू महासभा के अभिन्न संबंध

हिन्दू महासभा के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि, "नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, यह बात सब को मालूम है। हमने इस बात को अपनी विरासत बना कर संजोए रखा है। जिसे भाजपा या आरएसएस हमसे चाह कर भी नही छीन सकती हैं। जब कि दोनों ही चौथी गोली की बात को लेकर इस मामले में संशय पैदा कर रहे हैं, उन्हें इस विचार को अपनाने के लिए हिन्दू महासभा का आभारी होना चाहिए। 

नाथूराम गोडसे का हिन्दू महासभा से बहुत ही प्रगाढ़ संबंध है। जबकि भाजपा और आरएसएस इस मसले को उलझाकर महात्मा गांधी से संबंधित सारा श्रेय खुद ही लेना चाहती है। आरएसएस यह बात जानती है कि गोडसे की विचारधारा को हिन्दू महासभा से छीन कर उसे आधारहीन किया जा सकता है। 

डॉक्यूमेंट्री के साक्ष्यों का हवाला देकर डाली गई है याचिका

गौरतलब है कि मुंबई के अभिनव भारत ट्रस्ट के शोधकर्ता और ट्रस्टी पंकज फडनिस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की फाइल दोबारा खोलने की सिफारिश की थी। जिस पर शुक्रवार को सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने पूर्व एडिशनल सोलिसिटर जनरल अमरेंद्र शरण को मामले में एमिकस क्यूरी बनाया है। अब कोर्ट 30 अक्टूबर को महात्मा गांधी की हत्या की दोबारा जांच कराई जाए या नहीं, इस पर सुनवाई करेगा। जिसमें याचिकाकर्ता ने एक डॉक्यूमेंट्री के साक्ष्यों का हवाला देते हुए कहा है कि महात्मा गांधी के असली हत्यारे कभी भी नहीं पकडे गए हैं। याचिका में दावा किया गया है कि महात्मा गांधी की हत्या एक संदिग्ध व्यक्ति ने की थी, जिसने उन पर चौथी गोलियां चलाई थीं। 

गांधी की हत्या के पीछे है एक संगठन का हाथ

याचिकाकर्ता ने गांधी जी की मौत को सबसे बड़ा कवर-अप बताते हुए केस की दोबारा जांच की मांग की है। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या 70 साल बाद इस हत्या के मामले को खोलना सही है अथवा नहीं ? जिस पर याचिकाकर्ता ने कोर्ट को कई आधार बताते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे के अलावा भी किसी ने माहात्मा गांधी पर गोली चलाई थी। 

बता दें कि दुनिया भर के कई अखबारों की रिपोर्ट में कहा गया था कि महात्मा गांधी पर चार गोलियां चलाई गई थी। जिसमें से तीन गोलियां नाथूराम ने चलाई थी, वहीं चौथी गोली को लेकर आज भी संदेह बना हुआ है। जिस के विषय में याचिकाकर्ता ने बताया है कि गांधी की हत्या के पीछे एक संगठन का हाथ था, जिसका खुलासा किया जाना बहुत जरूरी है।

 

Created On :   8 Oct 2017 7:50 PM IST

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