सरकार अपने चेहरे पर किसानों का तमाचा हमेशा याद रखेगी : शिवसेना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में सोमवार को खत्म हुए किसान आंदोलन पर शिवसेना ने राज्य सरकार को घेरा है। शिवसेना ने किसानों के आंदोलन को सरकार के मुंह पर तमाचा बताते हुए कहा है कि सरकार अपने चेहरे पर किसानों का यह तमाचा हमेशा याद रखेगी। शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा है, "सरकार की बेरूखी के चलते किसानों को अपनी मांगों के लिए 180 किलोमीटर पैदल मार्च कर मुंबई आना पड़ा। तब जाकर सरकार के लोग संवेदनशील हुए। किसानों की ओर से मिले इस झटके ने सरकार को सीधे रास्ते पर ला दिया है। सरकार को उन्हें लिखित में देना पड़ा कि उनकी सभी मांगें मानी जाती हैं।"
संपादकीय में किसानों के आंदोलन को बेहद प्रभावशाली बताते हुए लिखा गया है, "सरकार के पास आंदोलनकारियों की मांगें मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। सरकार अपने चेहरे पर किसानों का यह तमाचा हमेशा याद रखेगी। इस आंदोलन के बाद भविष्य में सरकार श्रमिकों के जीवन से खेलने की हिम्मत नहीं करेगी।" संपादकीय में लिखा गया है, "फडणवीस सरकार ने पिछले साढ़े तीन सालों में महज घोषणाएं की हैं। किसानों की ओर से सरकार को मिला यह अंतिम मौका है, उसे किसानों के दिए गए आश्वासनों को हर हाल में पूरा करना होगा।’
गौरतलब है कि अपनी मांगों के सम्बंध में किसानों का जत्था 6 मार्च को नासिक से निकला था। 180 किलोमीटर का पैदल मार्च कर यह जत्था मुंबई में विधानसभा घेराव के लिए पहुंचा था। 35000 से ज्यादा किसानों का यह जत्था मुंबई के आजाद मैदान में डंटा हुआ था। सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा अपनी मांगों के सम्बंध में लिखित आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन वापस लेने की घोषणा कर दी थी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस किसानों के साथ सुलह होने की जानकारी देते हुए कहा था कि राज्य सरकार ने किसानों की अधिकतर मांगें मान ली हैं और उन्हें लिखित पत्र दिया है। उन्होंने बताया था कि 6 महीनों के अंदर किसानों की सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा।
Created On :   13 March 2018 6:10 PM IST