गुजरात चुनाव के नतीजे तय करेंगे 2019 की दशा और दिशा!

gujarat assembly election result will decide the next pm of india
गुजरात चुनाव के नतीजे तय करेंगे 2019 की दशा और दिशा!
गुजरात चुनाव के नतीजे तय करेंगे 2019 की दशा और दिशा!

डिजिटल डेस्क, भोपाल। गुजरात प्रदेश के नती़जों पर देश भर की नजरें टिकी हुईं है। गुजरात पीएम मोदी और बीजेपी के प्रेसीडेंट अमित शाह का गृह राज्य है। मोदी तीन बार राज्य के सीएम रहे। गांधीनगर से ही मोदी ने दिल्ली का सफर तय किया और देश के पीएम बने। गुजरात चुनाव में दोनों पार्टियों की इज्जत दांव पर है। जानकारों के मुताबिक यह चुनाव बीजेपी और कांग्रेस के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव की दिशा और दशा दोनों तय करने वाला बताया जा रहा है। पीएम मोदी और राहुल गांधी दोनों ही नेताओं ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। दनादन रैलियां, एक दूसरे पर प्रहार, जवाबी हमले, आरोप-प्रत्यारोप, के बीच दोनों पार्टियों के नेताओं ने जमकर प्रचार किया। 

कांग्रेस के लिए कितना महत्व रखता है ये चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के प्रदर्शन में लगातार कमी आई। कांग्रेस एक के बाद एक कई चुनाव हारी। मोदी लहर में न केवल कांग्रेस ने केंद्र में सत्ता खोई बल्कि उसके बाद कई राज्यों में भी सरकार से हाथ धो बैठी। महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, राजस्थान, उत्तराखण्ड में कांग्रेस ने अपनी सत्ता गवा दी। ऐसे में यदि कांग्रेस पीएम मोदी के ग्रह राज्य में बीजेपी को हरा देती है तो यह न केवल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बल्कि पूरी कांग्रेस के लिए नई ऊर्जा का संचार करेगी।

राहुल गांधी ने पिछले कई चुनाव की बागडोर अपने हाथ में संभाली है, उनके नेतृत्व में केवल पंजाब को छोड़कर कांग्रेस ने कहीं भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। पिछले चुनावों की तरह गुजरात चुनाव में राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव लड़ा। इसी दौरान राहुल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर कारभार संभाला। ऐसे में कांग्रेस की जीत के सेहरा यदि राहुल पर बंधेगा तो हार का ठीकरा भी उनके सिर पर फूटेगा और पार्टी में कई सवाल भी खड़े होंगे। गुजरात चुनाव में कांग्रेस की जीत होती है तो ये 2018 के विधानसभा चुनाव (मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक) और 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी और पार्टी के लिए अपनी नई चुनावी जमीन तलाशने और बीजेपी के साथ मुकाबला करने के लिए मद्दगार साबित होगा। 

बीजेपी के लिए क्या मायने हैं जीत के
बीजेपी ने देश में मोदी लहर को जमकर भुनाया। इसी मोदी लहर के चलते बीजेपी ने जम्मू और कश्मीर जैसे राज्य में सरकार बना ली जहां पर बीजेपी कभी सत्ता में नहीं आई। इसी साल हुए 5 राज्यों में चुनाव में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया और यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। गुजरात चुनाव बीजेपी की इज्जत दांव पर है। गुजरात पीएम मोदी और बीजेपी के प्रेसीडेंट अमित शाह का गढ़ माना जाता है और दोनों ने जमकर चुनाव प्रचार किया है। गुजरात चुनाव का महत्व इसी से समझा जा सकता है कि मोदी और अमित शाह ने चुनाव में कोई भी कसर नहीं छोड़ी। यदि बीजेपी एक बार फिर गुजरात में सत्ता में काबिज होती है तो इससे एक बाद सावित हो जाएगी कि लोगों को अभी भी मोदी पर विश्नास है और मोदी की लोकप्रियता कम नहीं हुई है। 

70 साल बनाम 3 साल
राहुल गांधी और मोदी ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला। जहां मोदी ने चुनाव में कांग्रेस के 70 सालों के राज को मुद्दा बनाया तो वहीं राहुल गांधी ने मोदी सरकार के तीन सालों के शासन और गुजरात में 22 साल की सत्ता  में हुए विकास को लेकर एक दूसरे पर खूब बरसे। जहां कांग्रेस ने विकास को पागल तक कह दिया। कांग्रेस ने GST गब्बर सिंह टैक्स कहा साथ ही नोटबंदी को फेल बताया। जैसे जैसे चुनाव अपने चरम पर पहुंचा, पार्टियों के नेताओं ने अपना आपा तक खो दिया। कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के लिए "नीच" शब्द का प्रयोग किया तो मोदी ने अपनी चुनावी सभाओं में इसका खूब प्रचार प्रसार किया। 

Created On :   17 Dec 2017 4:55 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story