गुजरात चुनाव : वडोदरा और मेहसाणा में दो गुटों के बीच हिंसा व आगजनी

Gujarat Assembly Elections Results 2017 violence in mehsana and vadodara
गुजरात चुनाव : वडोदरा और मेहसाणा में दो गुटों के बीच हिंसा व आगजनी
गुजरात चुनाव : वडोदरा और मेहसाणा में दो गुटों के बीच हिंसा व आगजनी

डिजिटल डेस्क, वडोदरा। गुरूवार 14 दिसंबर को गुजरात चुनाव के लिए दूसरे चरण के मतदान के दौरान कई जगह आगजनी, हिंसक झड़प और मारपीट के मामले सामने आए हैं। इस दौरान सबसे ज्यादा वडोदरा और मेहसाणा जिले में इस तरह की हिंसा हुई है। इन दोनों ही शहरों में दो गुटों के बीच हिंसा और आगजनी हुई है, जहां दर्जनों लोग घायल हुए हैं। इस दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने स्थिति में काबू करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।

जानकारी के अनुसार वडोदरा जिले की सावली तहसील के वांकनेर गांव में भी टो गुटों के बीच जमकर बवाल हुआ है। तो वहीं मेहसाणा जिले की विसनगर के हसनपुर गांव के मतदान करने आए दो गुटों के बीच जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद उग्र लोगों ने तोड़फोड़ किया। दोनों ओर से हुए पत्थरबाजी में आधा दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इस दौरान भीड़ ने वाहनों को भी तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। वांकनेर में भी गुस्साई भीड़ ने एक मोटर साइकिल को आग के हवाले कर दिया है।

इस दौरान मौके पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए स्थिति को सामान्य करने के लिए उचित कदम उठाए। इस मारपीट, हंगामा और हिंसा के बाद करीब आधे घंटे तक मतदान की प्रक्रिया में बाधा आई और रोकना पड़ गया। खबर आई है कि पुलिस के सख्त कार्यवाई करके वांकानेर गांव में चुस्त बंदोबस्त कर लिया है।

मेहसाणा से डिप्टी सीएम नितिन पटेल मैदान में
मेहसाणा विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम नितिन पटेल बीजेपी के उम्मीदवार हैं। यहां से नितिन का सीधा मुकाबला कांग्रेस के जीवाभाई पटेल से है। इस सीट पर दोनों पार्टियों के बीच कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है। मेहसाणा में एक बूथ पर ईवीएम के ब्लूटूथ से कनेक्ट होने का आरोप कांग्रेस ने लगाया है। दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान भी कांग्रेस ने ईवीएम से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है।

मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) बीबी स्वाइन ने कांग्रेस की इस शिकायत को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि एक मतदान एजेंट के पास मोबाइल फोन था, जिस पर ‘ईसीओ 105’ मॉडल नंबर के तौर पर अंकित था। इसमें शिकायतकर्ता ने ईसी को चुनाव आयोग समझ लिया।

Created On :   14 Dec 2017 5:23 PM IST

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