एलजी पॉलिमर्स में गस रिसाव बंद कर दिया गया है : आंध्र पुलिस प्रमुख
विशाखापत्तनम, 9 मई (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने शनिवार को कहा कि एलजी पॉलिमर्स से गैस रिसाव पूरी तरह बंद कर दिया गया है और स्थिति बिल्कुल नियंत्रण में है।
गुरुवार तड़के एलजी पॉलिमर्स के स्टोरेज टैंकों में से एक में जहरीली स्टाइरीन गैस के रिसाव से 12 लोगों की मौत हो गई और 400 से अधिक लोग बीमार हो गए।
सवांग ने रासायनिक संयंत्र के दौरे के बाद संवाददाताओं से कहा कि आज दिल्ली से कई तकनीकी दल यहां पहुंच रहे हैं और वे स्थिति की समीक्षा करेंगे और आगे के कदम पर निर्णय लेंगे।
उन्होंने कहा, स्थिति बिल्कुल नियंत्रण में है। सभी अभिक्रियाओं और लीकेज को बंद कर दिया गया है। अब चिंता की कोई बात नहीं है।
रासायनिक और पेट्रोलियम उद्योग के क्षेत्रों से भी अन्य टीमें स्थिति का जायजा लेने के लिए आएंगी।
डीजीपी ने कहा कि उन्होंने स्थिति की समीक्षा की और जमीन स्तर पर काम करने वाली तकनीकी टीमों के साथ चर्चा की। पुलिस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के तकनीकी विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और विशेष टीम के साथ बैठक की, व्यक्तिगत रूप से साइट का दौरा किया और सब कुछ पूरी तरह से नियंत्रण में पाया।
उन्होंने कहा कि अब घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को विशेषज्ञों ने संयंत्र के पास के पांच गांवों के लोगों को राहत शिविरों में रहने और 48 घंटे तक इंतजार करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि कल विशेषज्ञों ने प्रोटोकॉल के तहत 48 घंटे मांगे थे, ताकि सब कुछ नियंत्रण में लाया जा सके और सभी मापदंडों को पूरा किया जा सके। सब कुछ नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्होंने यह समय मांगा है।
जांच के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि यह अभी भी जारी है। समिति का गठन किया गया है। वह यहां आएगी और सभी विशेषज्ञ और तकनीकी इनपुट लेगी। हम इंतजार करेंगे कि वे बताएं यह कैसे, क्यों और किन परिस्थितियों में हुआ।
पुलिस प्रमुख ने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि कंपनी के खिलाफ मामले में केवल साधारण धाराएं लगाई गई हैं। जो धाराएं लगानी चाहिए थीं, वे लगाई गई हैं। जांच अभी भी जारी है। हमें इंतजार करना होगा। इसमें बहुत सारे तकनीकी तत्व हैं।
इस बीच, पर्यटन मंत्री अवंती श्रीनिवास ने कहा कि स्थिति में तीन दिनों में बहुत सुधार हुआ है और अब पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को लीक टैंक में तापमान 150 डिग्री से 90 डिग्री सेंटीग्रेड तक नीचे आ गया था।
मंत्री से यह पूछने पर कि स्थिति को सामान्य होने में समय क्यों लग रहा है? उन्होंने कहा, स्टाइरीन गैस बहुत तेज होती है, विशेषज्ञों को बहुत सावधानी से काम करना पड़ रहा है। जल्दबाजी में की गई गलती एक और आपदा ला सकती है।
Created On :   9 May 2020 4:31 PM IST