नार्दन इंडिया में भारी बारिश ने मचाई तबाही, अब तक 11 की मौत
- उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है।
- गंभीर हालातों को देखते हुए पंजाब सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
- मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के लोगों से अगले 24 घंटे घर से न निकलने की गुजारिश की है।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में बारिश जनित घटनाओं में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गयी है। गंभीर हालातों को देखते हुए पंजाब सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। सेना और NDRF को मदद के लिए तैयार रहने को कहा गया है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के लोगों से अगले 24 घंटे घर से न निकलने की गुजारिश की है। उधर, चंडीगढ़ में सुखना झील का पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। हिमाचल में भी नदियां उफनाईं हैं और पहाड़ दरक रहे हैं।
पंजाब में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है और सोमवार को भी मूसलाधार बारिश हुई। भारी बारिश के मद्देनजर पंजाब सरकार ने 25 सितंबर को सरकारी व प्राइवेट स्कूल व कालेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की स्थिति में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को खाने के पैकेट व पशु पालन विभाग को जानवरों के लिए चारा आदि का इंतजाम करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिया है कि वह बारिश से होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए तैयार रहे।
चंडीगढ़ में सुखना झील का पानी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है जिस कारण फ्लड गेट खोलना पड़ा। सोमवार को बीते 10 साल में पहली बार ये गेट खोले गए हैं। सुखना झील से छोड़े गए पानी के चलते चंडीगढ़ के निचले इलाकों में पानी भर गया है। सुखना से छोड़ा गया पानी पटियाला तक असर डाल सकता है। पानी के फ्लो वाले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बीते दो दिनों से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में हो रही बारिश के चलते प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। भारी बारिश के कारण जिले के नदी नाले उफान पर हैं। खासतौर पर ब्यास नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। कुल्लू-मनाली में जितनी भी बारिश हो रही है, उसका सारा पानी ब्यास नदी के साथ मंडी जिला से होता हुआ कांगड़ा जिला और उससे आगे जा रहा है। इस कारण ब्यास नदी के किनारे रहने वालों को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
उधर जम्मू कश्मीर में भी बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। कठुआ में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भूस्खलन की चपेट में आने से तीन नाबालिग सहित एक ही परिवार के पांच सदस्य जमींदोज हो गये। डेप्यूटी कमिश्नर रोहित खजुरिया ने कहा जिले के कई इलाकों ने फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू किया गया है। नदी के करीब रहने वाले 80 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। रंजीत सागर डेम के भी गेट खोल दिए गए हैं। लोगों को डेम से दूर रहने के लिए भी कहा गया है।
Created On :   24 Sept 2018 8:30 PM IST