हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा:कर्नाटक चुनाव , वो हर बात जो आप जानना चाहते हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक में 15 तारीख से शुरू हुआ हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा आखिरकर बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के साथ शनिवार को खत्म हो गया। दो दिन के सीएम येदियुरप्पा ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। कर्नाटक में भाजपा सरकार बने रहना पार्टी के लिए तो महत्वपूर्ण था ही, लेकिन खुद 75 पार के बीएस येद्दियुरप्पा के लिए यह कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण था। इसलिए बहुत से लोग मान रहे हैं कि अब उनके राजनीतिक जीवन के पटाक्षेप की शुरुआत भी होने जा रही है। वहीं कांग्रेस-जेडीएस का गठबंधन अब कर्नाटक में सरकार बनाएगा। जानकार इसे कांग्रेस के लिए एक संजीवनी की तरह मान रहे हैं। कर्नाटक चुनाव रिजल्ट के बाद कब-कब क्या हुआ पढ़िए विस्तार से...
15 मई 2018
कर्नाटक चुनाव के नतीजे
12 तारीख को हुई कर्नाटक विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद 15 तारीख को नतीजे घोषित किए गए। इन नतीजों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस के खाते में 37 और अन्य के खाते में 3 सीटें आईं। बहुमत साबित करने के लिए किसी भी दल को 112 सीटों की जरुरत थी। लेकिन बुहमत न होने के बावजूद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी ने सरकार बनाने के दावा राज्यपाल वजुभाई वाला को पेश किया। उधर, कांग्रेस ने जेडीएस के कुमारस्वामी को सीएम बनाने का दांव खलते हुए जेडीएस को समर्थन दे दिया। शाम तक युदियुरप्पा के बाद कांग्रेस-जेडीएस ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का अपना दावा पेश किया।
#KarnatakaVerdict reflects the affection of people for PM @narendramodi his work. It"s a victory of hard work put in by @BJP4India President @AmitShah with every worker.We express our gratitude to people of Karnataka.We"ll work 4 development of Karnataka with honesty humility pic.twitter.com/R2xvJC9oaP
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 15, 2018
16 मई 2018
बीजेपी को सरकार बनाने का आमंत्रण
16 तारीख को राजभवन की तरफ से बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया गया। इसके साथ ही बहुमत साबित करने कि लिए राज्यपाल ने बीजेपी को 15 दिनों का समय भी दिया। जिसके बाद येदियुरप्पा ने ऐलान किया कि वह 17 तारीख (गुरुवार) सुबह 9 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। इस बीच कांग्रेस ने राज्यपाल के फैसले पर आपत्ति जताते हुए शपथ ग्रहण रुकवाने के लिए रात करीब 9 बजे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में ही अदालत लगाने का फैसला लिया। रात करीब 01.45 मिनट पर जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस सीकरी और जस्टिस बोबड़े की बेंच ने मामले की सुनवाई शुरू की। कांग्रेस की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी ने अपना पक्ष रखा। वहीं बीजेपी की तरफ से वकील मकुल रोहतगी और अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल कोर्ट में पेश हुए। रात भर चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने शुक्रवार (18 मई) सुबह 10.30 बजे अगली सुनवाई का वक्त तय किया।
The three-judge bench of Supreme Court refuses to stay swearing-in ceremony of BJP"s BS Yeddyurappa as Karnataka Chief Minister, matter to be next heard at 10:30 am tomorrow (Friday) #KarnatakaElections pic.twitter.com/66oknlsHnF
— ANI (@ANI) May 17, 2018
17 मई 2018
बीएस येदियुरप्पा बने कर्नाटक के सीएम
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीएस येदियुरप्पा ने तय समयानुसार गुरुवार सुबह कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। राज्यपाल वजू भाई वाला ने राजभवन में येदियुरप्पा को शपथ दिलाई। पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हुए। इस दौरान बैंगलुरू में बीजेपी ऑफिस और राजभवन के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। येदियुरप्पा के शपथ लेते ही रिजॉर्ट में ठहरे सभी कांग्रेस विधायक विधानसभा के बाहर धरना देने पहुंच गए। सीएम बनते ही येदियुरप्पा ने इंग्लटन रिसॉर्ट पर तैनात सुरक्षा बल को हटा दिया। इस रिजॉर्ट में कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को ठहराया गया था। रात तक इन विधायकों को बस में कोच्चि शिफ्ट कर दिया गया।
Bengaluru: BJP"s BS Yeddyurappa shows the victory sign after being sworn-in as Chief Minister of Karnataka. pic.twitter.com/UMM10wQKbY
— ANI (@ANI) May 17, 2018
18 मई 2018
सुप्रीम कोर्ट पर नजरें
शुक्रवार, 18 मई को सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस की याचिका पर एक बार फिर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी के वकील मुकुल रोहतगी को वो पत्र दिखाने को कहा, जो बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल को सौंपा था। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से शनिवार को फ्लोर टेस्ट कराने को कहा। बीजेपी के वकील मकुल रोहतगी ने इसमे असमर्थता जताई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने तय किया कि शनिवार 19 मई को प्रोटेम स्पीकर शाम 4 बजे फ्लोर टेस्ट कराएंगे। ये भी कहा गया कि सीक्रेट बैलेट नहीं होगा यानी किस विधायक ने किसे वोट दिया, ये सार्वजनिक होगा। सुप्रीम कोर्ट ने एंगलों इंडियन सदस्य को नॉमिनेट करने पर भी रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद येदियुरप्पा सरकार ने बीजेपी MLA को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया। इसके खिलाफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा एक बार फिर खटखटाया।
#FLASH Supreme Court directs for floor test in Karnataka Assembly at 4 pm tomorrow, after hearing Congress-JD(S) plea against #Karnataka Governor inviting BJP to form govt. pic.twitter.com/qSwBEJmfp0
— ANI (@ANI) May 18, 2018
19 मई 2018
फैसले का दिन
चार दिनों की लंबी उठापटक के बाद शनिवार को फैसले का दिन आ गया। सुबह 10.30 बजे प्रोटेम स्पीकर के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कांग्रेस चाहती थी कि सबसे सीनियर विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाए। वहीं दूसरी ओर किसी भी सूरत में बहुमत साबित करने के लिए बीजेपी ने आखिरी दांव चला था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि प्रोटेम स्पीकर बीजेपी का ही होगा। उधर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बीच बैंगलुरू में सीएम येदियुरप्पा सहित तमाम बड़े नेता विधानसभा पहुंचे। इस बीच येदियुरप्पा का एक ऑडियो सामने आया जिसमे जिसमें वो कांग्रेस विधायक बीसी पाटिल को रिश्वत की पेशकश करते हुए सुनाई दिए। खबरें आने लगी की येदियुरप्पा फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे सकते है। शाम करीब 03 बजकर 40 मिनट पर येदियुरप्पा ने सदन में बोलना शुरू किया। बहुमत के आंकड़े के लिए जरूरी संख्या ना जुटा पाने की वजह से येदियुरप्पा ने विश्वास मत से पहले ही इस्तीफा दे दिया।
Karnataka CM BS Yeddyurappa resigns ahead of #FloorTest. pic.twitter.com/dea9HMotx6
— ANI (@ANI) May 19, 2018
अब आगे क्या होगा?
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (JDS) मिलकर सरकार बनाएंगे। एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। कर्नाटक में ऐसा दूसरी बार होगा जब कुमारस्वामी सीएम बनेंगे। इससे पहले उन्होंने 2006 में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। वे 3 फरवरी 2006 से लेकर 8 अक्टूबर 2007 तक मुख्यमंत्री रहे थे।
Created On :   19 May 2018 5:15 PM IST