हुक्के की चिंगारी पड़ी जान पर भारी, फायर ब्रिगेड की रिपोर्ट में खुलासा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई के दिल दहला देने वाले कमला मिल्स कंपाउंड में हुए भीषण अग्निकांड की जांच रिपोर्ट आ गई है। फायल ब्रिगेड की इस प्राथमिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मोजो बिस्त्रों रेस्टॉरेंट में हुक्का की वजह से आग भड़की थी। मोजो बिस्त्रों के पास आग से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में अग्नीशमन यंत्र मौजूद नहीं थे। जिस कारण आग तेजी से फैली और दूसरे रेस्टोरेंट्स को भी अपनी चपेट में ले लिया। पहले माना जा रहा था कि आग 1अबोव रेस्टोरेंट से शुरु हुई थी। इस दर्दनाक हादसे में 14 लोगों की जान चली गई थी। वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने हादसे के बाद दोषी रेस्टोरेंट संचालकों के खिलाफ FIR भी दर्ज की थी।
इमरजेंसी एग्जिट में भरा था सामान
फायर ब्रिगेड की प्राथमिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि आग के समय मोजो के रेस्टॉरेंट में हुक्का परोसा जा रहा था। संभावना है कि लकड़ी का कोयला हटाने या इसे हुक्का में भरने और फैनिंग के दौरान चिंगारी उठी और पर्दों ने आग पकड़ ली। आग इतनी तेजी से फैली कि इसने वन अबव रेस्टॉरेंट को भी अपनी चपेट में ले लिया। रिपोर्ट के अनुसार दोनों रेस्टॉरेंट में नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही थी। मोजो के पास शराब और हुक्का सर्व करने का लाइसेंस नहीं था, लेकिन वहां बेधड़क होकर शराब और हुक्का सर्व किया जा रहा था। इतना ही नहीं दोनों रेस्टॉरेंट के इमरजेंसी एग्जिट की ओर जाने वाले रास्ते में सामान ठूंसा हुआ था।
बार टेंडर के आग का अवैध खेल
इस रिपोर्ट में आग कहा गया है कि बार टेंडर जो आग का खेल कर रहे थे वो भी अवैध था। वन अबव की रूफ में जिस तिरपाल का इस्तेमाल किया गया था वो ज्वलनशील थी। छत पर बड़ी मात्रा में एल्कोहल, प्लाइवुड, कपड़े वगैरह स्टोर किए गए थे। सिलेंडर भी टैरेस पर रखे थे। रेस्टॉरेंट में बंबू लकड़ी का भी इस्तेमाल किया गया था। बिल्डिंग का फायर फाइटिंग सिस्टम काम नहीं कर रहा था।
जहरीली गैसों ने घोंटा दम
रेस्टॉरेंट में बड़ी मात्रा में इस्तेमाल किए गए सजावटी मटेरियल, कुशन, अपहोल्स्ट्री का इस्तेमाल हुआ था। जब आग लगी तो उनके जलने से भारी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड और कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसी गैसें निकली। इन गैसों के कारण यहां मौजूद लोगों का दम घुट गया। वन अबव रेस्टोरेंट की सीढ़ियों का रास्ता जाम होने की वजह से लोग नीचे नहीं उतर पा रहे थे। लिफ्ट से जाना संभव नहीं था। ऐसे में लोगों ने खुद को बचाने के लिए अपने आप को टॉयलेट में बंद कर लिया। यहां पर वह आग से तो बच गए लेकिन जहरीली गैसों के कारण उनका दम घुट गया।
एक लाख का इनाम घोषित
इस हादसे के गुनहगार अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने इन आरोपियों की सूचना देने वाले को एक लाख रुपए इनाम देने का ऐलान किया है। घटना के बाद से ही पब मालिक कृपेश संघवी, जिगर संघवी और अभिषेक फरार चल रहे हैं। मालूम हो कि हादसे के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने घटना स्थल का दौरा किया था। फडणवीस ने कहा था कि अगर मामले में बीएमसी की लापरवाही पाई जाती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
14 लोगों की हो गई थी मौत
गौरतलब है कि मुंबई के लोअर परेल के कमला मिल कंपाउंड में लगी आग में 14 लोगों की मौत हो गई थी। आग रात करीब 12.30 बजे लगी थी। आग इतनी भीषण थी कि दमकल की 8 गाड़ियों और 6 वाटर टैंक को आग पर क़ाबू पाने में 2 घंटे से ज़्यादा का समय लग गया था। कमला मिल कंपाउंड में कई कॉरपोरेट दफ़्तरों के अलावा कई न्यूज़ चैनलों के दफ़्तर भी थे। आग की वजह से उनका प्रसारण भी रोक दिया गया था।
Created On :   6 Jan 2018 8:23 AM IST