हज यात्रा: विमान किराये में भारी कमी, नकवी बोले- सियासी और आर्थिक शोषण से मिली मुक्ति
- आन लाइन निविदा में एयर इंडिया
- सऊदी एअरलाइन्स और फ्लाईनास ने सबसे कम कीमत लगायी ।
- नकवी ने बताया कि आजादी के बाद पहली बार भारत से साल 2018 में रिकार्ड 1
- 75
- 025 हज यात्री जाएंगे।
- विमान किराए में अगल-अलग स्थानों के लिए यह कमी 15 से 45 प्रतिशत तक की गई है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हज यात्रा पर जाने वालो के लिए एक अच्छी खबर है। इस साल हज यात्रा के लिए विमान किराए में भारी कमी की गई है। अगल-अलग स्थानों के लिए यह कमी 15 से 45 प्रतिशत तक की गई है। इस बार हज यात्रा के लिए एयरलाइन कंपनियों से पूरी तरह आन लाइन निविदा आमंत्रित किए गए थे, जिसमें एयर इंडिया, सऊदी एअरलाइन्स और फ्लाईनास ने सबसे कम कीमत लगायी। यह कीमत पिछले सालों के मुकाबले 15 से 45 प्रतिशत कम है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि हज यात्रा में सब्सिडी समाप्त होने के बावजूद इस बार हज यात्रियों के लिए हवाई किराये में भारी कमी आयी है जिससे उन्हें सियासी और आर्थिक शोषण से मुक्ति मिल गयी है। नकवी ने कहा, "पारदर्शी व्यवस्था और विमानन कंपनियों को नाजायज किराया बढ़ाने से रोकने के सख्त निर्देश की बदौलत हज सब्सिडी समाप्त होने के बावजूद इस बार हवाई किराया काफी कम हुआ है।" उन्होंने कहा, "हज सब्सिडी के नाम पर दशकों से चल रही लूट और सियासी शोषण का खात्मा हुआ है। वहीं विमान किराया कम होने से आर्थिक शोषण से मुक्ति मिली है।"
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नकवी ने यह भी बताया कि आजादी के बाद पहली बार भारत से साल 2018 में रिकार्ड 1,75,025 हज यात्री जाएंगे। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार लगातार दूसरे साल भी भारत के हज कोटे में बढ़ोत्तरी करने में सफल हुई है।" बता दें कि इस बार हज यात्रा के लिए कश्मीर के यात्रियों को दिल्ली से भी जाने का विकल्प भी दिया गया है। वहीं इंदौर के हज यात्री भोपाल और मुम्बई के रास्ते भी हज यात्रा पर जा सकते हैं। इस साल हज यात्रा एयर इंडिया, सऊदी एयरलाइन्स और फ्लाइनास के माध्यम से होगी।
Created On :   27 Feb 2018 8:11 PM IST