जीते तो 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ : गुजरात में राहुल
Rahul Gandhi on what it means to be an honest politician. #NavsarjanWithRahul pic.twitter.com/9fSjLLOPzX
— Congress (@INCIndia) September 27, 2017
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सुरेंद्रनगर जिले में स्थित प्रसिद्ध चोटिला मंदिर में बुधवार को पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने गुजरात में अपने तीसरे और अंतिम दिन के अभियान की शुरुआत की। राहुल 15 मिनट में करीब एक हजार सीढ़ियां चढ़कर पहाड़ी पर स्थित मंदिर में देवी मां चामुंडा के दर्शन के लिए गए। हिंदू विरोधी छवि तोड़ने के लिए राहुल गांधी ने जब से मंदिरों में जाना शुरू किया है, हिंदू समुदाय में इसकी अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। अपने दौरे के अंतिम दिन राहुल गांधी ने एक रैली के दौरान कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो किसानों का कर्ज 10 दिन के अंदर माफ कर देगी। पिछले दो दिन के दौरान राहुल गांधी ने गुजरात से पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘नोटबंदी और जीएसटी लागू करने जैसे फैसले किसी को सुने बगैर लागू करने’ को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के इन कदमों ने देश की अर्थव्यवस्था चौपट करके रख दिया है।
हिंदू विरोधी छवि तोड़ने की जुगत
गुजरात में भाजपा के मुकाबले पार्टी संगठन को गतिशील करने का प्रयास कर रहे राहुल गांधी के मन में इन दिनों भक्तिभाव जाग उठा है। तीन दिवसीय गुजरात यात्रा के दौरान उन्होंने अनेक मंदिरों के दर्शन कर भगवान का आशिर्वाद लिया। यह कांग्रेस के रवैए में आया नया बदलाव है, जो पूरी तरह चुनावी गणित पर आधारित है। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। दो दिन पहले राहुल ने सौराष्ट्र स्थित प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन कर राज्य में अभियान की शुरुआत की थी। राहुल पटेल समुदाय ईष्ट के दर्शन के लिए कागवाड़ जिले में खोडल धाम मंदिर भी गए। अभियान के दौरान राहुल विभिन्न मंदिरों में दर्शनों के लिए जा रहे हैं। ताकि हिंदूओं में बनी उनकी मुस्लिम परस्त छवि को तोड़ा जा सके। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि भाजपा और संघ कांग्रेस को हिंदू-विरोधी राजनीतिक दल के रूप में पेश करता है।
दौरे में मिला अच्छा समर्थन
राहुल गांधी के गुजरात दौरे के दौरान उन्हें अच्छा समर्थन मिल रहा है। पाटीदार समाज का समर्थन और जनसभाओं में उमड़ रही भीड़ संकेत दे रही है कि राहुल गांधी की राजनीतिक शख्शियत विकसित हो रही है। हाल के दिनों में उन्होंने सभी धर्मों के प्रति गंभीर प्रतिक्रियाएं प्रकट की हैं। इसी वजह से लोगों का उनके प्रति नजरिया बदल रहा है। भाजपा के लिए यह चिंता की बात हो सकती है कि हाल के दिनों में गुजरात में उन्हें गंभीरता से लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। यह कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत है। निचले स्तर पर हाल के दिनों में हुए सामाजिक विभाजन का लाभ कांग्रेस को मिल सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए राहुल ने गुजरात पर ध्यान केंद्रित किया है।
पाटीदारों को रिझाने में रहे सफल
राहुल गांधी का मुख्य जोर पाटीदार समाज को अपने पक्ष में करने पर रहा, जिसमें वह काफी हद तक सफल भी हुए। उन्होंने पाटीदार समुदाय से वायदा किया कि अगर कांग्रेस राज्य की सत्ता में आई तो वह उनकी सभी मांगों को पूरा करेगी। हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर भाजपा से दूर गए पाटीदार समाज के लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा पाटीदार समाज ने देश को सरदार पटेल दिया। इसके अलावा सामाजिक विकास में उनका अमूल्य योगदान है, लेकिन राज्य सरकार ने उन पर अत्याचार किए-गोलियां बरसाईं। उन्होंने कहा यह कांग्रेस का तरीका नहीं है। हम सभी समुदायों को एक साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं।
पिछले तीन दिनों में पूरे गुजरात ने मुझे इतना प्यार दिया, इसके लिए मैं दिल से आपका धन्यवाद करना चाहता हूँ pic.twitter.com/5nTzrGyXdb
— Office of RG (@OfficeOfRG) September 27, 2017
ईमानदार आदमी के लिए राजनीति मुश्किल
गुजरात दौरे पर गए राहुल गांधी ने देश के वर्तमान राजनीतिक हालात पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत में ईमानदार नेता के लिए काम करना बेहद मुश्किल है। मुझे इसका अनुभव है। गुजरात दौरे के दूसरे दिन दिन राहुल गांधी ने राजकोट में कहा भारत की राजनीति बंद तालाब जैसी है। इसे नदी की तरह बनाना होगा। राहुल ने कहा सच बोलने वालों को गालियां खानी पड़ती हैं। उन्होंने कहा अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनी, तो सरकार गुजरात से ही चलेगी। दिल्ली से नहीं। उन्होंने इशारे में कहा कि गुजरात की सत्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर चलती है।
Created On :   27 Sep 2017 5:19 PM GMT