शिकागो में बोले भागवत, हजारों सालों से प्रताड़ित हो रहे हिंदुओं का साथ आना मुश्किल
- 2500 लोगों को किया संबोधित
- 7 से 8 सिंतबर तक चलेगा सम्मेलन
- आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू कांग्रेस को किया संबोधित
- संघ प्रमुख ने कहा हजारों सालों से प्रताड़ित हो रहे है हिंदू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हजारों वर्षों से प्रताड़ित हो रहे हिंदुओं का साथ आना अपने आप में मुश्किल है। हिंदू अपने मूल सिद्धांतों का पालन करना भूल चुके हैं। यह बात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व हिंदू कांग्रेस को संबोधित करते हुए कही। यह आयोजन शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद के 11 सितंबर 1893 को दिए गए चर्चित भाषण के 125 साल पूरे होने पर विश्व हिंदू कांग्रेस का आयोजन किया गया है। सभी लोगों के साथ आने पर जोर देते हुए भागवत ने कहा, ‘हमें साथ आना होगा।’ उन्होंने कहा कि हिंदू समाज तब ही प्रगति कर सकेगा, जब वह समाज के रूप में काम करेगा।
बता दें कि यह दूसरा विश्व हिंदू सम्मेलन है, जो 7-9 सितंबर के लिए बीच रखा गया है। आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और नीति आयोग के पूर्व वाइस चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया के अलावा वाइस प्रेसिडेंट वेंकैया नायडू भी हिस्सा लेंगे। साथ ही अभिनेता अनुपम खेर, आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, इंफोसिस के पूर्व डायरेक्टर टीवी मोहनदास पाई, बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा इस सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे।
संघ प्रमुख भागवत ने सम्मेलन में शामिल हुए 2500 लोगों को संबोधित करते हुए कहा, हिंदू किसी का विरोध करने के लिए नहीं जीते, लेकिन कुछ लोग हैं जो हिंदुओं का विरोध करते हैं। वे हमें नुकसान न पहुंचा पाएं, इसके लिए हमें खुद को तैयार करना होगा। उन्होंने हिंदू समुदाय से एकजुट होकर मानव कल्याण के लिए काम करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू समाज में प्रतिभावान लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पैसा ही सब कुछ नहीं होता। हमारे पास ज्ञान और बुद्धि है, लेकिन हमें अपने संस्कार नहीं भूलने चाहिए। हम अक्सर एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना भूल जाते हैं।
Created On :   8 Sept 2018 8:15 AM IST