बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग पर विपक्षी दलों की EC के साथ अहम बैठक थोड़ी देर में...
- 7 नेशनल और 51 रीजिनल पार्टियां होंगी शामिल।
- NDA के घटक दल शिवसेना सहित 17 राजनीतिक दलों ने मतपत्र के जरिये चुनाव कराने पर जोर दिया है।
- बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग पर इलेक्शन कमिशन की अहम बैठक आज।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को लेकर विपक्षी दलों और निर्वाचन आयोग के बीच आज अहम बैठक थोड़ी देर में शुरू होगी। इस बैठक में सभी विपक्षी दल आगामी चुनावों में बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की वकालत करेंगे। चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई इस बैठक में 7 नेशनल और 51 रीजनल पार्टियां शामिल होंगी। बैठक में बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने के अलावा मतदाता सूची, राजनीतिक दलों का खर्च और सालाना ऑडिट रिपोर्ट समय पर दाखिल करने सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। हालांकि बैठक के एजेंडे में केंद्र और राज्य में एकसाथ चुनाव कराने के मुद्दे को शामिल नहीं किया गया है। अधिकतर विपक्षी पार्टियों ने विधि अयोग के समक्ष कहा है कि यह व्यावहारिक नहीं है।
#Delhi: All party meeting called by Election Commission to begin shortly pic.twitter.com/3UWYOugXCC
— ANI (@ANI) August 27, 2018
Ahead of the all party meeting called by the Election Commission later today,Congress has once again appealed to EC that the next Lok Sabha polls be held on ballot paper: Sources pic.twitter.com/ahPEMiNxzy
— ANI (@ANI) August 27, 2018
गौरतलब है कि NDA के घटक दल शिवसेना सहित 17 राजनीतिक दलों ने मतपत्र के जरिये चुनाव कराने पर जोर दिया है। जबकि सत्ताधारी दल बीजेपी देश में ईवीएम और वीवीपैट मशीन के माध्यम से वन नेशन-वन इलेक्शन की बात कह रही है। सरकार इस सबंध में चुनाव आयोग से कई बार बात कर चुकी है, लेकिन चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि फिलहाल इस माध्यम से इतने बड़े स्तर पर चुनाव कराना संभव नहीं है।
आज होने वाली इस बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बसपा, जद(एस), तेलुगू देशम पार्टी, राकांपा, सपा, माकपा, राजद, द्रमुक, भाकपा, वाईएसआर कांग्रेस, केरल कांग्रेस मणि और एआईयूडीएफ शामिल होंगी। विपक्षी दलों का कहना है कि वो निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए मतपत्र पर जोर देंगे। विपक्ष का कहना है कि EVM टेंपर प्रूफ नहीं है। उसके साथ ही यह मुद्दा भी उठाया जाएगा कि चुनाव खर्च उम्मीदवार के साथ ही राजनीतिक दलों का भी निर्धारित होना चाहिए।
Created On :   27 Aug 2018 9:37 AM IST