मेड इन इंडिया: अब भारत में बनी स्नाइपर गन से होगा दुश्मन पस्त

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बंगाल की ईशापुर आयुध फैक्टरी में एक स्नाइपर गन तैयार की गई है जिसकी मारक क्षमता 800 मीटर तक है। यह दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफलों में से है। बुधवार को इस राइफल को फैक्टरी की ओर से लॉन्च कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले इसी फैक्टरी में बनी इंसास राइफल का इस्तेमाल भारतीय सुरक्षाबल और सेना करती है। जिसकी मारक क्षमता 700 मीटर तक थी। हालांकि इस मामले में हम अभी अमेरिका से पीछे हैं। अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली स्नाइपरगन की मारक क्षमता 1500 मीटर तक है। भारत में अभी तक स्नाइपर जर्मनी की बनी हेक्लर एंड कोच यानी एच एंड एन राइफल का इस्तेमाल करते रहे हैं। जिसकी तुलना में यह नई स्नाइपर गन 3 गुना सस्ती है, काफी हलकी और उससे ज्यादा मारक क्षमता वाली है।
7.62 एमएम की इस राइफल की कीमत 2.5 लाख रुपए है। 6.7 kg की यह गन काफी प्रभावी है। फैक्टरी के जनरल मैनेजर ने बताया कि इस राइफल की मांग बढती जा रही है। हरियाणा और पंजाब CRPF ने इसके लिए ऑर्डर दे दिया है।
देश के लिए स्नाइपर का महत्त्व
किसी भी देश में स्नाइपर की भूमिका बहुत अहम होती है। कुछ खास और चुने हुए सुरक्षा कर्मियों को यह जिम्मेदारी दी जाती है। यह जिम्मेदारी जिसके पास भी होती है, उसका निशाना सधा हुआ होता है। वह एक जगह छुपकर दुश्मनों पर वार करता है। एक अकेला स्नाइपर ताकतवर दुश्मन पर भारी पड़ सकता है। स्नाइपर के पास दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफल होती है इनको दी जाने वाली राइफल स्नाइपर गन नाम से जानी जाती है।
Created On :   30 Aug 2017 11:00 PM IST